पथरगामा के योगिनी स्थान के समीप भवन में ग्रामीण चिकित्सक एसोसिएशन की ओर से एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद फुरकान अंसारी शामिल हुए. श्री अंसारी ने ग्रामीण चिकित्सकों की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका कार्य अत्यंत सराहनीय है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल जैसे अभूतपूर्व संकट के समय ग्रामीण चिकित्सकों ने जिस निष्ठा, साहस और सेवा-भाव से आम जनता की सेवा की, उसे कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से बनाए रखने में इन चिकित्सकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. पूर्व की सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण चिकित्सकों की कुछ मांगों पर पहल की गयी थी. श्री अंसारी ने आश्वासन दिया कि वर्तमान में भी उनकी समस्याओं और मांगों को गंभीरता से लेकर सरकार से वार्ता की जाएगी, ताकि उन्हें सम्मान, सुरक्षा और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा सकें. राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य इकरारूल हसन आलम ने भी ग्रामीण चिकित्सकों के योगदान की सराहना की और कहा कि उनके हित में हर संभव प्रयास किया जाएगा. मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. केजी गोविंदा रेड्डी, पूर्व जिप सदस्य शियाराम भगत, अंशु तिवारी और नसीम अख्तर ने भी अपने विचार साझा किये और चिकित्सकों के योगदान को उजागर किया.
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