गोड्डा : गोड्डा की वंदना दुबे को 14 नवंबर को दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राजीव गांधी मानव सेवा पुरस्कार से सम्मानित करेंगे. यह सम्मान उन्हें पिछले 12 वर्षों से अनाथ बच्चों को नि:शुल्क सेवा देने के लिए दिया जायेगा. साथ ही मानव सेवा क्षेत्र से यह पुरस्कार पाने वाली वंदना दुबे झारखंड की पहली महिला है. इस संबंध में वंदना दुबे को भारत सरकार आमंत्रण पत्र मिला है.
41 बच्चों की पालनहार है वंदना : बता दें कि वंदना गोड्डा में स्वामी विवेकानंद अनाथ आश्रम का संचालन साल 2005 कर रही है. यह आश्रम उनके आवास पर ही है.
शुरुआत में पांच बच्चे थे. परंतु उनकी मेहनत का नतीजा यह है कि वर्तमान में आश्रम में 41 बच्चे हैं. इन बच्चों की देखरेख, अस्पताल, स्कूल आदि तक का खर्च वह खुद उठा रही है. छोटे-छोटे अनाथ बच्चे वंदना को मां कह कर बुलाते हैं. एक साथ सभी बच्चों को वंदना एक समान प्यार करती है. तथा इनके कुशल क्षेम के लिये ईश्वर से प्रार्थना करती है.
संस्था को नहीं मिली है कोई सरकारी सहायता
स्वामी विवेकानंद अनाथ आश्रम को जिले में सभी जानते हैं. लेकिन ताज्जुब तो यह है कि 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी संस्था को कोई सरकारी सहायता या फंड नहीं मिला है. अनाथ आश्रम को देखने के लिये जिले के तमाम बड़े व छोटे पदाधिकारी देखने पहुंचे हैं.
सबो ने इस कार्य की सराहना की और वंदना के उज्जवल भविष्य की कामना भी की है. लेकिन किसी ने सरकारी फंड के लिए कोई प्रयास नहीं किया. यह वंदना का अथक प्रयास ही है जो सेवा भाव से इस कार्य में लगी रही. आज राष्ट्रपति वंदना राजीव गांधी मानव सेवा पुरस्कार से सम्मानित करेेंगे. यह जिले के लिये भी गौरव की बात है.