JAC Paper Leak Case: गिरिडीह-मैट्रिक प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरिडीह जिला प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई है. यहां शहर के कुरैशी मोहल्ले के पास जिला जनसंपर्क कार्यालय के पीछे स्थित शहरी आजीविका केंद्र में बनाये गये स्ट्रांग रूम में प्रश्नपत्र रखे गये. इतना ही नहीं, ट्रक के वहां तक नहीं पहुंचने पर टोटो से वहां बंडल लाया गया. जैक अध्यक्ष के निर्देश के बाद भी घोर लापरवाही बरती गयी.
जैक अध्यक्ष ने दिया था ये निर्देश
जैक अध्यक्ष ने सभी जिलों के डीसी को निर्देश दिया था कि वज्रगृह कोषागार, उपकोषागार या बैंक में बनाया जाए. इतना ही नहीं वज्रगृह में प्रश्नपत्र को सील करने और खोलने के दौरान मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में वीडियोग्राफी भी करनी थी. रिजर्व में जिस प्रश्नपत्र को पैकेट में रखा गया था, उसके सील का मिलान भी किया जाना था, बावजूद इन निर्देशों के पूरे मामले की अनदेखी की गयी.
वज्रगृह के पास आम लोगों का था आना-जाना
वज्रगृह ऐसे स्थान पर बनाया गया, जहां आम लोगों का आना-जाना लगा हुआ था. परिसर का मुख्य गेट भी टूटा हुआ है. वज्रगृह में सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगाये गये हैं. सुरक्षा के नाम पर सिर्फ पांच सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी है, लेकिन परिसर में आने-जाने के लिए आमलोगों को पूरी छूट थी. प्रश्नपत्र को ट्रक से अनलोड कर स्ट्रांग रूम तक ढुलाई करने के दौरान भी निगरानी में बड़ी चूक हुई. प्रश्न पत्रों की ढुलाई के दौरान भी न ही कोई वीडियोग्राफी करायी गयी और न ही किसी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति थी.
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