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सीरियल ब्लास्ट कर सीआरपीएफ और पुलिस जवानों को थी उड़ाने की योजना
गिरिडीह : बिहार झारखंड के सीमावर्ती इलाके मंझलाडीह-भतुआकुरा जंगल में छिपाकर रखे गये विस्फोटक से नक्सली सीरियल ब्लास्ट की तैयारी कर रहे थे. नक्सलियों की मंशा पुलिस-सीआरपीएफ की पूरी पार्टी को ही उड़ाने की योजना थी लेकिन इससे पहले ही पुलिस को मामले की जानकारी लग गयी और जंगल से विस्फोटक बरामद कर लिया गया. […]
गिरिडीह : बिहार झारखंड के सीमावर्ती इलाके मंझलाडीह-भतुआकुरा जंगल में छिपाकर रखे गये विस्फोटक से नक्सली सीरियल ब्लास्ट की तैयारी कर रहे थे. नक्सलियों की मंशा पुलिस-सीआरपीएफ की पूरी पार्टी को ही उड़ाने की योजना थी लेकिन इससे पहले ही पुलिस को मामले की जानकारी लग गयी और जंगल से विस्फोटक बरामद कर लिया गया.
इसका खुलासा पुलिस की गिरफ्त में आये भाकपा माओवादी के नक्सली बलदेव सोरेन से पूछताछ में हुआ है. यह जानकारी गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में सीआरपीएफ 7वीं बटालियन के कमांडेंट एके भारद्वाज व एडिशनल एसपी दीपक कुमार ने दी. बताया कि नक्सली संगठन भाकपा माओवादी अपना स्थापना सप्ताह मना रहा है.
बुधवार को एसपी सुरेंद्र कुमार झा को सूचना मिली कि नक्सली संगठन का जोनल कमांडर सिद्धू कोड़ा का दस्ता बिहार-झारखंड के उक्त इलाके में है. इसी सूचना पर जिला पुलिस व सीआरपीएफ ने संयुक्त अभियान चलाया और भतुआकुरा जंगल से एक संदिग्ध को पकड़ा गया. पूछताछ की गयी तो उसने अपना नाम बालदेव सोरेन बताया. बताया कि वह सिद्धू के दस्ते का सदस्य है. बालदेव के निशानदेही पर सिद्धू के दस्ते द्वारा छिपाकर रखे गये विस्फोटक (1200 मीटर कोरडेक्स वायर, 55 पीस डेटोनेटर, 8 बैग एक्सप्लोसिव, सेलो टेप, 35 बंडल फ्यूज) बरामद किया गया.
नक्सली कमांडरों का नजदीकी रहा है बालदेव
एएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पकड़ा गया बलदेव सोरेन 18 वर्षों से नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है. इस दौरान झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाके का जो भी कमांडर रहा उसका बालदेव नजदीकी रहा. प्रवेश, चिराग, सुरंग के अलावा सिद्धू के नजदीक रहकर इलाके में लगातार संगठन के विस्तार में अहम भूमिका निभायी. घटना की योजना बनाने से लेकर उसे पूरा करने की हर योजना में यह नक्सली शामिल रहता था. वहीं इलाके के जोनल-सबजोनल कमांडरों के कई राज को भी यह जानता था.
कई घटनाओं में है नामजद
एएसपी ने बताया कि बालदेव क्षेत्र की कई घटनाओं में शामिल रहा है. अभी बिहार के जमुई जिले के चकाई थाना में इसके खिलाफ दो कांड दर्ज है. पूछताछ में बालदेव ने दो हत्याकांडों में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. वहीं यह भी पता किया जा रहा है कि बालदेव और किन-किन नक्सली घटनाओं में यह शामिल रहा है. इसे लेकर विभिन्न थानों से भी संपर्क किया गया है.
कहा कि 55 वर्षीय इस नक्सली के गिरफ्तार किये जाने से सीमा पर सक्रिय नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है. बालदेव ने कई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को दी है जिसपर काम किया जा रहा है. बताया कि इस अभियान में सीआरपीएफ 7वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट अजय कुमार, भेलवाघाटी थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक अमरजीत कुमार मुख्य रूप से शामिल थे. वहीं प्रेस वार्ता में दोनों पदाधिकारियों के अलावा सीआरपीएफ के सेकेंड इन कमांड अनिल शर्मा, डीएसपी मुख्यालय टू संतोष कुमार झा मौजूद थे.
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