गढ़वा में विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति चिंताजनक प्रतिनिधि, गढ़वा गढ़वा जिले के सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति को लेकर स्थिति गंभीर बनी हुई है. शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ग 1 से 8 तक कुल मिलाकर 83,165 छात्र प्रतिदिन स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं. यह स्थिति उस समय और चिंताजनक हो जाती है, जब शासन–प्रशासन का फोकस स्कूलों में छात्रों की सौ फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित करने पर है. आंकड़ों के अनुसार प्राथमिक वर्ग (1-5) में कुल नामांकन 1,51,821 है, लेकिन औसत दैनिक उपस्थिति केवल 1,03,462 दर्ज की गयी है. इस प्रकार प्रतिदिन 68.14 प्रतिशत छात्र ही स्कूल पहुंच रहे हैं, जबकि लगभग 32 प्रतिशत यानी बड़ी संख्या में बच्चे नियमित स्कूल नहीं आ रहे हैं. वहीं मध्य वर्ग (6-8) में उपस्थिति का हाल इससे भी बदतर है. इन कक्षाओं में कुल नामांकन 79,671 है, जबकि औसत उपस्थिति केवल 44,806 रहती है. यानी यहां 44 प्रतिशत छात्र प्रतिदिन अनुपस्थित पाये जा रहे हैं. प्राथमिक और मध्य दोनों स्तरों के आंकड़ों को जोड़ें तो जिले में रोजाना 83 हजार से अधिक विद्यार्थी स्कूलों से दूर रहते हैं. शिक्षा विभाग की हालिया समीक्षा बैठक में उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने इस उपस्थिति गैप को कम करने का सख्त निर्देश दिया है. बताया गया कि विद्यालय निरीक्षण बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है, लेकिन अभी तक अपेक्षित सुधार देखने को नहीं मिला है. शिक्षाविदों का मानना है कि मिड-डे मील जैसी योजनाएं भी बच्चों को नियमित रूप से स्कूल लाने में पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही हैं. उनका कहना है कि इस कमी को दूर करने के लिए विद्यालयों को शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के साथ ही बच्चों को प्रेरित करने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

