इस दौरान श्री तिवारी ने कहा कि दोहरी नियोजन नीति से जले पलामू-गढ़वा के छात्रों के सामने इलाके के एकमात्र डेंटल कॉलेज पर भी सरकारी निरंकुशता के माध्यम से उनका भविष्य चौपट करने पर तुली हुई है़.
इसके कारण वनांचल डेंटल कॉलेज के छात्रों में अपने भविष्य को लेकर भय व्याप्त है़ उन्होंने कहा कि सरकार कि उक्त तुगलकी फरमान के कारण कॉलेज में पढ़नेवाले लगभग 200 छात्रों के भविष्य पर तलवार लटक चुकी है़ साथ ही उक्त छात्रों की व्यथा सुनने वाला कोई नहीं है़ श्री तिवारी ने कहा कि चार वर्ष तक अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की पूरी पढ़ाई के खर्च की जवाबदेही लेनेवाले पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा सरकार के निर्णय पर रघुवर सरकार की रोक ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है़
उन्होंने कहा कि कॉलेज में पढ़नेवाले सत्र 2013-17, 2014-18 व 2015-19 के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की कटौती से गरीब परिवार के बच्चों के सामने अंधेरा छा गया है़ श्री तिवारी ने कहा कि हर साल विवादों में छाए रहने वाले नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित वनांचल डेंटल कॉलेज की यह नयी समस्या छात्रों के परेशानी का शबब बन गया है़ उन्होंने सरकार द्वारा की गयी उक्त कार्रवाई को पलामू में शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने की साजिश करार देते हुए छात्रों पर किसी तरह की विपत्ति आने पर नीपी विवि प्रशासन व सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है़