गालूडीह. गालूडीह क्षेत्र में इन दिनों बिजली की आंख मिचौनी से सात पंचायतों के हजारों लोग परेशान हैं. भीषण गर्मी में पानी व बिजली संकट से बेहाल हैं. रात में आंधी-बारिश के बाद बिजली गुल हो जाती है. इससे गर्मी में लोग रात में सो नहीं पाते हैं. वहीं, दिन में लगातार बिजली कटती रहती है. इससे जलापूर्ति प्रभावित होती है. लोगों को पानी नहीं मिल पाता है. जानकारी हो कि क्षेत्र में कीताडीह ग्रिड से बिजली आपूर्ति होती है. महुलिया, उलदा, बड़ाकुर्शी, जोड़सा, बाघुड़िया, हेंदलजुड़ी, झाटीझरना, बनकांटी पंचायत के लोग काफी परेशान हैं. गौरतलब हो कि गर्मी में अक्सर इस क्षेत्र के लोग बिजली संकट से जूझते हैं. हालांकि, विभाग ध्यान नहीं देता है. रविवार की रात क्षेत्र में आंधी-बारिश के बाद आधी रात तक बिजली गुल रही. गर्मी से लोग परेशान रहे. हर दिन बिना कोई टाइम टेबल के बिजली गुल रहती है. इससे गर्मी में जलापूर्ति पर असर पड़ रहा है.
वज्रपात से 8 ट्रांसफॉर्मर जले, अंधेरे में लोग
घाटशिला, डुमरिया, मुसाबनी प्रखंड में बीते एक सप्ताह से बारिश और आंधी-तूफान से कई जगहों पर विद्युत आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है. वज्रपात और तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कुल आठ ट्रांसफॉर्मर जल गये हैं. सैकड़ों परिवार अंधेरे में जीवन-यापन करने को विवश हैं. घाटशिला प्रखंड की कालचिती पंचायत स्थित डायनमारी गांव में तीन दिन पहले वज्रपात से 25 केवी का ट्रांसफॉर्मर जल गया. लगभग 20 घरों में बिजली आपूर्ति ठप है. इसी तरह झाटीझरना पंचायत के फूलझोर गांव में 25 केवी ट्रांसफॉर्मर जलने से ग्रामीण अंधेरे में हैं. ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर धीमी पहल करने का आरोप लगाया है. जल्द से जल्द ट्रांसफॉर्मर बदलने की मांग की है. इस संबंध में घाटशिला विद्युत विभाग के कनीय अभियंता ने बताया कि वज्रपात के कारण कुल आठ ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं. सभी स्थानों पर ट्रांसफॉर्मर बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. काम में थोड़ा समय लग सकता है. बिजली संकट गहराने से बड़ी आबादी प्रभावित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है