गालूडीह.
घाटशिला प्रखंड की बंगाल सीमा सटे झाटीझरना और बाघुड़िया पंचायत के कई गांवों में इन दिनों केंदू पत्ता की फांड़ियां (क्रय केंद्र) खुल गयी हैं. यहां मुंशी तैनात रहते हैं और ग्रामीणों से केंदू पत्ता की खरीद करते हैं. अभी प्रति चाटा केंदू पत्ता 120 रुपये की दर से बिक रहा है. एक चाटा यानी 20-20 पत्तों का सौ बंडल होता है. इन दिनों जंगलों में काफी मात्रा में केंदू पत्ता हुआ है. केंदू पत्ता ग्रामीणों को मौसमी रोजगार दे रहा है. इन दिनों ग्रामीण केंदू पत्ता तोड़ने में जुटे हैं. सुबह होते हे जंगल चले जाते हैं. केंदू पत्ता को हरा सोना भी कहा जाता है. क्षेत्र के जंगलों में बरसात शुरू होने से पहले मई से जून तक केंदू पत्ता तोड़ा जाता है. हर वर्ष गर्मी में केंदू पत्ता मौसमी रोजगार लेकर आता है. इससे गांवों की अर्थव्यवस्था में सुधार होती है. जंगल में पत्ता तोड़ने में अधिकतर महिलाएं जुटती हैं. महिलाएं 20 पत्तियों का एक बंडल बनाती हैं. फिर 20-20 बंडल को मिलाकर एक चाटा बनाती हैं. इसे धूप में सुखाते हैं. सरकार को प्रति चाटा 120 रुपये की दर पर बेचते हैं. इसके लिए सरकार द्वारा एजेंसी को जिम्मा सौंपा गया है. एजेंसी ने गांव में केंदू पत्ता की फाड़ी (खरीदी केंद्र) खोलकर खरीदी कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है