घाटशिला. घाटशिला के पावड़ा स्थित माझी परगना महाल में मंगलवार को अखिल भारतीय संताली लेखक संघ (झारखंड शाखा) और अखिल झारखंड संताल शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वावधान में 10 दिवसीय समर कैंप का समापन मंगलवार को हुआ. इसकी अध्यक्षता देश परगना बैजू मुर्मू ने की. मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, विशिष्ट अतिथि देश परगना बैजू मुर्मू उपस्थित थे. मंत्री रामदास ने कहा कि कोल्हान प्रमंडल के कुल 312 विद्यालयों के 383 शिक्षकों ने 14,848 छात्र-छात्राओं को ओलचिकी लिपि व संताली साहित्य व संस्कृति की शिक्षा दी. ऐसे आयोजनों से बच्चों में सांस्कृतिक और शैक्षणिक चेतना का विकास होता है. नयी पीढ़ी को अपनी भाषा, संस्कृति और जड़ों से जोड़ने के लिए प्रयास सराहनीय है. समाज के बुद्धिजीवियों को वंचित वर्गों की शिक्षा के लिए आगे आना चाहिए. शिक्षा के बिना समाज व देश का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है.
जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति जल्द:
मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने पूर्वी सिंहभूम जिला के हर प्रखंड में महाविद्यालय खोलने की पहल की. इसके कारण घाटशिला प्रखंड के हेंदलजुड़ी में जनजाति विश्वविद्यालय, मुसाबनी में तकनीकी शिक्षा संस्थान खोला जा रहा है. बहुत जल्द झारखंड में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. सरकार की प्राथमिकता है कि आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले. वे अपनी पहचान को मजबूत कर सकें. राज्य सरकार संताली भाषा और संस्कृति को शिक्षा के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है. अब विद्यालय स्तर पर संताली शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने और प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज की जा रही है.सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित
समारोह में जीयाड़ बुरुडीह मास्टर आर्केस्ट्रा मुटुरखाम, कोकपाड़ा की ओर से आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ रजनीकांत मांडी व छोटा भुजंग टुडू ने संयुक्त रूप से किया. मौके पर संताल शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ फुदान चंद्र सोरेन, सीनियर लॉ आफिसर मंगल सोरेन, ओलचिकि हुल बायसी के अध्यक्ष सुभाष मांडी, महासचिव दुर्गा चरण मुर्मू, लखन मार्डी, खेरवाल गांवता के मेघराय टुडू, होलोंग गाडा पत्रिका के मोहन चंद्र बास्के, सालखू मार्डी. दुर्गा मुर्मू, वकील हेंब्रम आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है