मुसाबनी.
एचसीएल की बंद पड़ी राखा कॉपर माइंस को फिर से खोलने तथा प्रस्तावित चापड़ी खदान को विकसित करने को लेकर ग्लोबल टेंडर लेने वाली साउथ वेस्ट माइनिंग लिमिटेड (एसडब्ल्यूएमएल) के प्रोजेक्ट हेड मलय दरीपा अपनी टीम के साथ झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष प्रधान सोरेन के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से मुलाकात की. श्री दारीपा ने मंत्री रामदास सोरेन को राखा चापड़ी परियोजना के बारे में जानकारी दी. मौके पर कंपनी के के अभिराम, संजय झा, चंदन पात्र आदि उपस्थित थे. 2001 से बंद है राखा कॉपर खदान : एसडब्ल्यूएमएल कंपनी जुलाई 2001 से बंद पड़ी राखा कॉपर खदान को फिर से चालू कर इसका विकास एवं संचालन करेगी. राखा माइंस के साथ-साथ प्रस्तावित चापड़ी भूमिगत खदान का विकास एवं संचालन करेगी. राखा एवं चापडी माइंस की उत्पादन क्षमता 15 लाख टन वार्षिक होगी. साथ ही राखा के रोआम में ठेका कंपनी मैचिंग क्षमता का कंसंट्रेटर संयंत्र की स्थापना एवं संचालन भी करेगी. कंपनी हेड ने कहा कि उत्पादन शुरू होने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है