डुमरिया.
डुमरिया प्रखंड में मलेरिया के लगातार मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गयी है. अप्रैल महीने में 400 से अधिक मरीज मिले हैं. उक्त आंकड़ा सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में हुई जांच का है. निजी स्तर पर हुई जांच कराने वालों का आंकड़ा साफ नहीं है. विभाग का कहना है कि प्रखंड की भौगोलिक स्थिति के कारण मच्छरों का प्रकोप ज्यादा है. इस कारण मरीज लगातार मिल रहे हैं. दूसरी ओर, चिह्नित मरीज दवा का कोर्स पूरा नहीं करते हैं. ऐसे में रोग पूरी तरह खत्म नहीं होता है. कुछ दिन बाद मरीज फिर चपेट में आ जाता है. बहरहाल, राहत की बात है कि मलेरिया से होने वाली मौत पर अंकुश लगा है. जिंदा मच्छरों को पकड़कर भेजा गया था प्रयोगशाला: ज्ञात हो कि विभाग ने मलेरिया के प्रकोप से निजात पाने के लिए कुछ दिन पूर्व क्षेत्र में जाकर पाइप के सहारे विशेष मच्छरों को जिंदा पकड़ कर प्रयोगशाला में जांच के लिए ले गये थे. अब तक परिणाम संतोषजनक नहीं आया है.हर सप्ताह कीटनाशक का छिड़काव जरूरी: ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में हर सप्ताह कीटनाशक का छिड़काव होने से मलेरिया पर कुछ अंकुश लगाया जा सकता है. हालांकि, हाल में कुछ दिनों के अंतराल पर हो रही बारिश से स्थिति और खराब हो गयी है. पानी जमने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. ऐसे में मरीज का बढ़ना लाजिमी है.
दिन में मच्छरों से चैन नहींग्रामीणों का कहना है कि विभाग कहता है कि सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें. हालांकि क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप इतना है कि दिन में भी चैन नहीं है. कामकाज करते समय भी मच्छर काटते हैं. ऐसे में विभाग व प्रशासन को विशेष कदम उठाने की जरूरत है.
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