संवाददाता, देवघर : बाबा मंदिर परिसर में गुरुवार को उस समय हड़कंप मंच गया, जब एक जंगली बंदर अचानक मानसरोवर प्रवेश द्वार से होते हुए ओवरब्रिज पार कर सीधे गर्भ गृह तक जा पहुंचा. बंदर ने श्रद्धालुओं और कर्मचारियों पर हमला कर छह लोगों को घायल कर दिया, जिसके बाद मंदिर में अफरातफरी मच गयी. सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन कई घंटे की मशक्कत के बावजूद बंदर को पकड़ने में सफलता नहीं मिल सकी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बंदर के गर्भ गृह की ओर बढ़ते ही मंदिर परिसर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गयी. कुछ श्रद्धालुओं ने इस घटना को आस्था से जोड़ते हुए इसे हनुमान जी और महादेव के मिलन का प्रतीक बताया और गर्भ गृह में जय श्री राम के नारे लगाने लगे. इसी दौरान बंदर ने कई लोगों को काटकर घायल कर दिया. सबसे पहले बंदर ने मंदिर के पास स्थित सरदार पंडा लेन के निवासी निपुण नंदन झा को काटकर घायल किया. उसके बाद बंदर संस्कार मंडप पहुंचा, जहां श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गयी. इस दौरान उसने दो और श्रद्धालुओं को घायल कर दिया. पुलिस ने बंदर को भगाने की कोशिश की, लेकिन वह गर्भ गृह तक पहुंचने में सफल रहा. यहां उसने तीन भंडारियों ( गर्भगृह की सफाई करनेवाले) धीरेन कुमार, पंकज कुमार और सागर कुमार को भी काटकर घायल कर दिया. सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया. घटना के बाद वन विभाग को सूचित किया गया और वन रक्षी सुमन कुमार के नेतृत्व में एक टीम को बंदर को पकड़ने के लिए भेजा गया. टीम ने बंदर को जाल में फंसाने की कोशिश की, लेकिन बंदर इतना चालाक था कि वह जाल को काटकर भाग निकला. टीम की चार घंटे की मेहनत बेकार हो गयी. वन रक्षी सुमन कुमार ने बताया कि यह बंदर पिछले पांच दिनों से इलाके में आतंक मचा रहा है और बिग बाजार के पास भी देखा गया है. कई बार उसे पकड़ने की कोशिश की गयी, लेकिन वह हर बार बच निकलता है. सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले इस बंदर ने जलसार चिल्ड्रेन पार्क में एक आदमी को भी घायल कर दिया था. क्या कहते हैं अधिकारी बाबा मंदिर में बंदर के आतंक की सूचना मिली है. एक्सपर्ट टीम को भेजा गया है और लोगों से अपील की गयी है कि वे सतर्क रहें. जल्द ही इस बंदर को पकड़ लिया जायेगा. एसडी सिंह, रेंजर
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