बताया जाता है कि धनबाद जिले के बाबुडीह निवासी सुबोध चौधरी की पुत्री खुशबू का विवाह जुलाई 2016 में ही टंडेरी के गजानंद भैया के साथ हुई थी. घटना की सूचना पर खुशबू के मायके वाले रविवार को टंडेरी पहुंचे.
पुलिस को भी घटना की सूचना रविवार की शाम को दी गयी. लेकिन सोमवार दोपहर तक जब लड़की के मायके वालों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी तो घटना को लेकर चौकीदार के बयान पर पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज किया है. दर्ज मामले में चौकीदार हरिमंडल ने बताया कि खुशबू को उसके ससुराल वाले दहेज के लिए गला दबा कर मार दिया और साक्ष्य छिपाने के लिए शव जलाने की तैयारी कर रहे थे.
उन्होंने बताया कि खुशबू के पति गजानंद भैया की नौकरी शादी के चार माह बाद ही सीआईएसफ में सब इंस्पेक्टर में लगी थी. नौकरी के बाद और अधिक दहेज की मांग ससुराल वाले प्रताड़ित कर रहे थे. बताया गया कि खुशबू का पति, देवर व ननद भी मोबाइल से बात कर दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे. दहेज नहीं मिलने पर उसकी सास और अन्य ने गला दबा कर हत्या कर दी. घटना के वक्त मृतका का पति चेन्नई में था. वहीं सीआईएसएफ का प्रशिक्षु है. जबकि देवर बीएसएफ का जवान है. वहीं ससुर भी दूसरे राज्य में निजी कंपनी में कार्यरत है. घटना को लेकर दहेज हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है.