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देवघर : बारिश की खलल के बाद सोमवार से पूजा पंडालों के निर्माण में आयी तेजी
देवघर : करीब एक सप्ताह तक हुई मुसलाधार बारिश से एक तरफ जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, वहीं पूजा-पंडालों का काम भी प्रभावित हो गया. शहर के ज्यादातर पंडालों में अबतक बांस का काम भी पूूरा नहीं हुआ है. नवरात्र के दो दिन गुजर चुके हैं. अब पूजा पंडालों का पट खुलने में चार दिन […]
देवघर : करीब एक सप्ताह तक हुई मुसलाधार बारिश से एक तरफ जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, वहीं पूजा-पंडालों का काम भी प्रभावित हो गया. शहर के ज्यादातर पंडालों में अबतक बांस का काम भी पूूरा नहीं हुआ है. नवरात्र के दो दिन गुजर चुके हैं. अब पूजा पंडालों का पट खुलने में चार दिन शेष हैं, ऐसे में पूजा समितियां व डेकोरेटर्स की परेशानी बढ़ गयी है.
बारिश के खलल से पंडालों का काम करीब छह दिनों तक नहीं के बराबर हुआ. हालांकि सोमवार को धूप निकलने पर आयोजन समितियों ने राहत की सांस ली है. पूजा-पंडाल का निर्माण करने वाले डेकोरेटर्स के कारीगर दिन-रात जुट गये हैं. दरअसल, ज्यादातर पूजा पंडालों का पट सप्तमी को खुलता है. सोमवार को द्वितीय बीत गया.
यानी चार दिन बाद मां दुर्गा पूजा पंडालों में विराजमान हो जायेंगी. ऐसे में पंडाल का निर्माण पूरा करने चुनौती से कम नहीं है. कम समय में पूजा पंडालों को पूरा करना आयोजकों के समक्ष चुनौती बन गयी है. इधर, शहर के कई मां दुर्गा पूजा आयोजकों ने बारिश व आर्थिक मंदी के कारण पंडालों का बजट कम कर दिया है. कम बजट के बीच बारिश के कारण पूजा पंडालों का निर्माण पूरा करने में परेशानी हो रही है.मां दुर्गा की प्रतिमाओं पर चढ़ायी गयी मिट्टी की परत नहीं सूखने के कारण प्रतिमा बनाने वाले कारीगरों को भी खासी परेशानी हो रही है.
कई पूजा समिति की ओर से प्रतिमाओं को सूखाने के लिए हीटर व ड्रायर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. बारिश के कारण पूजा पंडालों में सजावट के कार्य बाधित रहे. सोमवार को धूप निकलने के बाद पूरा पंडालों में तेज गति से काम शुरू हो गया है. डेकोरेटर्स के कारीगर पंडाल को अंतिम रूप देने में जुट गये हैं. कारीगर दिन-रात एक कर पंडाल निर्माण व सजावट में लगे हुए हैं. खराब मौसम देख अधिकांश समितियों ने पंडाल के बाहरी काम को बंद कर अंदर की सजावट को अंतिम रूप देने में जुट गये थे.
पूजा समिति के पदाधिकारियों ने कहा
पांच दिनों बाद बारिश थमी है. काम में तेजी के साथ पंडाल का काम डेकोरेटर्स वाले तथा मूर्ति निर्माण में मूर्तिकार युद्ध स्तर पर लगे हैं. मगर हमलोगों की चिंता आयोजन को सफल बनाने की है.
– कृष्णा प्रसाद साह, अध्यक्ष, सर्राफ स्कूल मैदान पूजा समिति
पिछले पांच दिनों से हो रही बारिश की वजह से आयोजन में अड़चन आयी है. एक तरफ जहां पंडाल निर्माण को लेकर समस्या है. वहीं प्रतिमा को फाइनल करने के साथ आयोजन को सफल बनाना भी जिम्मेवारी है.
नगेंद्र नाथ बलियासे, अध्यक्ष, बीच बिलासी
पूजा पंडाल के निर्माण का बजट 13-14 लाख का रखा गया है, मगर बारिश के कारण पंडाल का काम खासकर थर्मोकोल का काम ढंग से शुरू नहीं हो सका. वहीं प्रतिमा को सूखाने से लेकर उसे अंतिम रूप देना चुनौती बन गयी है. जब तक बांस व लकड़ियां सूख नहीं जाती, तब तक काम में तेजी लाना संभव नहीं है.
– पंकज बरनवाल, संयुक्त सचिव, बरनवाल पूजा समिति, देवघर
शहर का सबसे बड़ा व आकर्षक पूजा का आयोजन कृष्णापुरी दुर्गा पूजा समिति करती है. बारिश के कारण पंडाल के बाहरी हिस्से का काम पूरी तरह से प्रभावित हुआ. समिति के समक्ष कलश स्थापना के दिन से ही परेशानी शुरू हो गयी, जब चारों ओर से पानी बहकर पंडाल की ओर आ रहा था. निगम प्रशासन की ओर से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला.
– अतुल कुमार सिंह, सचिव, कृष्णापुरी दुर्गा पूजा समिति
बारिश के कारण पंडाल निर्माण से लेकर प्रतिमा निर्माण कार्य में बाधा पहुंची है. इस परिस्थिति से निबटने के लिए डबल होमवर्क करना पड़ेगा. अपनी ओर से कोशिश करेंगे. माता का आशीर्वाद रहा, तो हर मुसीबत आसान हो जायेगी और बेहतर आयोजन करके दिखायेंगे.
– अपूर्व आनंद झा, अध्यक्ष, उपर बिलासी दुर्गा पूजा समिति
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