मृतक की बहन के पूछने पर पत्नी कहती थी तीर्थ करने गया महेंद्र, 15 दिन बाद सामने आयी सच्चाई
शक होने पर बहन ने मुखिया के पति को सुनायी समस्या
पंचों ने सख्ती से पूछा तो पत्नी ने किया खुलासा
पोस्ता लाने को लेकर हुआ था विवाद, जिसके बाद पति ने खाया था जहर
सोनारायठाढ़ी : थाना से महज सौ गज की दूरी पर स्थित महेंद्र गोस्वामी को उसकी पत्नी सरिता देवी व बेटे मंगरू ने घर के कुआं के पास ही जमीन में दफना दिया. भाई के साथ अनहोनी की आशंका के बाद पंचों के समक्ष 15 दिन बाद खुलासा होने पर पुलिस की मौजूदगी में शव बाहर निकाला गया. शव से काफी दुर्गंध आ रही थी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
बताया जाता है कि महेंद्र गोस्वामी के काफी दिनों से घर में नहीं रहने पर जारा निवासी उसकी बहन इंद्रमणि देवी ने सरिता देवी से पूछा तो उसने महेंद्र के तीर्थ पर जाने की बात कही. शक होने पर बहन जगह-जगह खोजबीन करने लगी.
पता नहीं चलने पर सोमवार को जब दोबारा पूछी तो महेंद्र की पत्नी व बेटे से कहा कि अगर वह तीर्थ करने गया होता तो जरूर बताता. बहन का शक यकीन में बदल गया. उसने सोनारायठाढ़ी के मुखिया के पति देवनारायण राय व अन्य लोगों के पास समस्या रखी. इसके बाद पंचों ने महेंद्र की पत्नी सरिता से कड़ाई से पूछताछ की तो सरिता ने सारी सच्चाई उगल दी. सरिता ने बताया कि 12 मई को पति महेंद्र गोस्वामी को पोस्ता लाने को कहा था. पोस्ता नहीं लाने पर उससे अनबन हो गयी.
जिसके बाद पति महेंद्र ने जहर खा लिया. स्थिति बिगड़ता देख कर सोनारायठाढ़ी स्थित निजी क्लिनिक में ले गये. हालत गंभीर देख डॉक्टर ने बाहर ले जाने की बात कही. इसी बीच घर लाते ही उसकी मौत हो गयी. डर के मारे हमने पति के शव को घर के आंगन में कुआं के पास जमीन के नीचे छिपा दिया. इधर, घटना के बाद पुलिस ने इंद्रमणि के बयान पर कार्रवाई कर सरिता को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, समाचार लिखे जाने तक मामला दर्ज नहीं हुआ था. वहीं, महेंद्र का बेटा मंगरु फरार हो गया. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.