देवघर: अक्षय उर्फ आजाद परिहस्त की मौत के पीछे कहीं टेंपो एसोसिएशन में वर्चस्व की लड़ाई तो नहीं. क्योंकि टेंपो स्टैंड में बर्चस्व को लेकर इन गुटों के बीच तकरार की खबर पुलिस को मिली है. एक मोटी रकम प्रतिमाह टेंपो स्टैंड से एसोसिएशन को मिलती है. बदले में एसोसिएशन पूरी सुरक्षा टेंपो वालों को प्रदान करने का वादा करती है.
संघ पर पकड़ मजबूत करने की कवायद
हाल के दिनों में एक अलग ग्रुप इस एसोसिएशम पर अपनी पकड़ मजबूत करने की फिराक में था. यही कारण रहा कि अक्षय परिहस्त ने अपने एक टेंपो के एवज में बतौर नजराना 1800 रुपये देने का विरोध किया.
जाहिर है जब टेंपो चालक एक ग्रुप को ऐसे नजराने का विरोध करते देख, कुछ टेंपो चालक उनके साथ आ रहे थे. एसोसिएशन कमजोर होने का डर पदाधिकारियों को सताने लगा. पुलिस इन सभी बिंदुओं पर छानबीन में जुट गयी है. पुलिस इस मर्डर के पीछे की फ्लैश बैक कहानी को जुटाने में लगी है. इसलिए देवघर नगर पुलिस कोई भी संभावना को छोड़ना नहीं चाहती है.