आपस में वे लोग कमरे में बातचीत कर रहे थे. इसी बीच पीएन पांडेय के परिजनों ने चालक को जगाया व उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की बात कही. उन युवकों में से एक अजय भी परिजनों के साथ पीएन पांडेय को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में उन्हें भरती कराने के बाद अजय के साथ चालक लौट रहा था. उसी क्रम में टावर चौक के आगे इंतजार कर रहे अपने दो साथियों को गाड़ी पर बैठाने के बाद चालक को जबरन ड्राइविंग सीट से पीछे कर दिया. इसके बाद उसे एनएच पकड़ाने कहा और शांत रहने की धमकी दी.
चकाई के आगे एक जोरिया के पुल के पास सुनसान स्थल पर चालक कुर्बान को उतारकर वे लोग गाड़ी लेकर आगे बिहार के रास्ते में फरार हो गए. किसी तरह वहां से चालक देवघर लाैटा और अपने मालिक को घटना की जानकारी दी. आसनसोल से उसके मालिक अपने परिचितों के साथ देवघर पहुंचे. इसके बाद मामले की शिकायत देने चालक के साथ वे लोग नगर थाना आए. समाचार लिखे जाने तक नगर पुलिस पीएन पांडेय व उनके परिजनों को थाना बुलाकर पूछताछ कर रही है. पूछे जाने पर नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि स्वीफ्ट कार गायब होने की शिकायत मिली है. पूछताछ में पता चला है कि आपसी लेनेदेन के मामले में पीएन पांडेय के परिचितों ने कार गायब किया है. गायब कार बरामदगी का प्रयास चल रहा है.