साथ ही मांग की है कि हिंदू विवाह अधिनियम अनुच्छेद 366 भाग 26 आदिवासी समाज में भी यह कानून लागू होना चाहिए. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हैं कि अगर सही में संताल सनातन धर्म की रक्षा करना चाहते हैं तो हिंदू विवाह अधिनियम आदिवासी समाज में भी लागू करें.
उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के तहत ओबीसी को 27 प्रतिशत, एससी को 15 प्रतिशत, एसटी को 7.5 प्रतिशत आरक्षण मिला है. ओबीसी और एससी के धर्मांतरण करने पर पैतृक संपत्ति से वंचित होना पड़ता है. वहीं उन्हें आरक्षण का भी लाभ नहीं मिलता है. अगर यह कानून एसटी के साथ भी लागू होना चाहिए तभी संताल सनातन धर्म के अनुयायियों को न्याय मिलेगा.