जसीडीह: जनता की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर कार्यरत जसीडीह थाने के पुलिस पदाधिकारी व कर्मी जान जोखिम में डाल थाना परिसर के जर्जर क्वार्टरों में रहने को विवश हैं. जसीडीह थाना परिसर में वर्षो पूर्व पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के रहने के लिए करीब आठ क्वार्टर बनवाया गया.
लेकिन इन क्वार्टरों के रख-रखाव पर कभी ध्यान नहीं दिया गया. इसके कारण आज अधिकतर क्वार्टर जर्जर हो गया है. कई क्वार्टर के प्लास्टर छत पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है तो कई दरवाजा, खिड़की, छज्जा आदि टूट कर जर्जर हो गया है.
प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के क्वार्टरों की सुविधा नहीं है. ऐसे में पुलिस पदाधिकारी और कर्मी जर्जर क्वार्टरों में रहने को विवश हैं. पुलिस कर्मियों ने बताया कि आवास के नाम पर उसके वेतन से पैसा काटा जाता है. इसके बाद भी उन्हें रहने के लिए सुविधायुक्त क्वार्टरों की व्यवस्था नहीं है. जर्जर क्वार्टरों में रहने वाले पुलिस कर्मियों ने कहा कि भगवान का नाम लेकर पुराने व जर्जर क्वार्टरों में रहने को विवश हैं. इतना ही नहीं थाना परिसर में पेयजल की व्यवस्था नहीं है और गरमी में दूर-दराज से पानी लाकर प्यास बुझाते हैं.