जगन्नाथपुर. जगन्नाथपुर अनुमंडल के करंजिया पंचायत के सोनापोसी गांव में डायरिया से दर्जनों ग्रामीण आक्रांत हैं. पिछले एक सप्ताह से लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. बताया जा रहा है कि डायरिया से पीड़ित 64 वर्षीय पुरुषोत्तम गोप की मौत बीते गुरुवार को हो गयी. इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है. डायरिया से ग्रस्त ग्रामीण ओडिशा के अनुमंडल अस्पताल चम्पुआ, चाईबासा और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) जगन्नाथपुर में उपचार करा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जयंत कुमार और बीपीएम बंटी निषाद ने हाल में गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान गंभीर हालत में पायी गयी बच्ची सुरोती गोप को तत्काल सीएचसी में भर्ती कर उपचार किया गया. स्वास्थ्य में सुधार के बाद 10 अगस्त को उसे छुट्टी दे दी गयी. इसके अलावा, 9 और 10 अगस्त को कई ग्रामीण नितिया गोप (2), भानुमति देवी (35), द्रौपदी देवी (25), ललिता देवी (33), पिंकी देवी (28), सरिता कुमारी (22) और सुरेखा देवी (27) को भी भर्ती कर इलाज किया गया.
सूचना पर पूर्व सांसद गीता कोड़ा पहुंचीं गांव
सोनापोसी में स्थिति डायरिया की सूचना मिलने पर पूर्व सांसद गीता कोड़ा गांव पहुंचीं. उन्होंने स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया. ग्रामीणों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली और बेहतर इलाज का निर्देश स्वास्थ्यकर्मियों को दिया. डायरिया नियंत्रण के लिए सीएचसी जगन्नाथपुर और डॉक्टर ऑन व्हील्स (डीएमएफटी) की संयुक्त टीम ने सोमवार को गांव के आंगनबाड़ी केंद्र समेत अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया. लगभग 250 ग्रामीणों की जांच की गयी, जिनमें 15 में हल्के लक्षण पाये गये. सभी को दवाएं और आवश्यक परामर्श दिया गया तथा गंभीर लक्षण दिखने पर तुरंत सहिया या स्वास्थ्य कर्मियों को सूचित करने की अपील की गयी. स्वास्थ्य टीम में डॉ. बज्रमोहन हेस्सा, एमपीडब्ल्यू सुनील सोरेन, एएनएम मोदो टोपनो, सचिन गोप, सेविका, सहिया और अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

