Bokaro News : चंदनकियारी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, गौरीग्राम का भवन जर्जर हो गया है. शिक्षा विभाग की लापरवाही की मार सिर्फ बच्चे ही नहीं, शिक्षक भी झेल रहे हैं. विद्यालय में 106 बच्चे अध्ययनरत हैं. जबकि चार शिक्षक पदस्थापित हैं. विद्यालय भवन इतना जर्जर हो चुका है कि हर रोज प्लास्टर गिर रहा है. बच्चे को हमेशा हादसे का अंदेशा लगा रहता है. विद्यालय का कार्यालय भवन की भी हालत ठीक नहीं है. विद्यालय की जर्जर हालत के कारण अभिभावक भी अपने बच्चों को विद्यालय भेजने में कतराते हैं. बरसात के मौसम में कमरे के छत से पानी टपकता रहता है. प्लास्टर उखड़ कर गिरता रहता है. छत की छड़ पूरी दिख रही है. स्कूल का शौचालय भी जर्जर हो चुका है. विभिन्न शिक्षा योजना अंतर्गत राज्य सरकार एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल भवन का निर्माण कराया जाता है. एक तरफ शासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ‘स्कूल चलें हम’ और कई प्रकार की योजनाओं के माध्यम से बच्चों को सरकारी स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए अभियान चलाये जाते हैं. योजनाओं के नाम पर प्रतिवर्ष लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर दिये जाते हैं. फिर भी चंदनकियारी के कई विद्यालयों का हाल बेहाल है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते शिक्षा व्यवस्था भी लचर हो गयी है.
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