ललपपनिया, पूर्व मंत्री और गाेमिया के पूर्व विधायक माधवलाल सिंह ने कहा कि वर्ष 1985 में गोमिया विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहा था. झामुमो से स्व शिबू सोरेन के भाई लालू सोरेन चुनाव लड़ रहे थे. स्व सोरेन को पता चला तो मेरे आवास पहुंचे. मैं चुनाव प्रचार में निकला हुआ था. सूचना मिलते ही पहुंचा. उनसे बातचीत हुई. उन्होंने अपने भाई को मेरे खिलाफ चुनाव नहीं लड़ने की बात कही. सही मायने में दिशोम गुरु उदार दिल के थे. उन्हें भारत रत्न दिया जाना चाहिए.
मेरा रोल अमिताभ बच्चन ही कर सकते हैं
प्रधानमंत्री मंत्री आत्मनिर्भर भारत संगठन के राष्ट्रीय संयोजक मुंबई निवासी प्रेम कुमार ने बताया कि एक बार दिशोम गुरु शिबू सोरेन से मिल कर उनकी जीवनी पर फिल्म बनाने का प्रस्ताव रखा था. उन्होंने पूछा कि मेरा रोल कौन करेगा. मैंने नाना पाटेकर समेत कई अभिनेताओं का नाम गिनाये, लेकिन उन्होंने हामी नहीं भरी. बाद में कहा कि मेरा रोल अमिताभ बच्चन ही कर सकते हैं.धनीराम मांझी ने भेंट किया था चांदी का मुकुट
जब शिबू सोरेन मुख्यमंत्री बने थे तो ललपनिया निवासी धनीराम मांझी ने चांदी का मुकुट भेंट कर आशीर्वाद लिया था. श्री मांझी ने महाजनी आंदोलन में उनके साथ थे.उन्हें पसंद थी उमेश होटल की बालूशाही
झामुमो नेता नरेश मंडल ने कहा कि जब भी रांची गुरुजी मिलने जाता था तो वह कहते थे कि बालूशाही लाया नरेश. उन्हें उमेश होटल की बालूशाही बहुत पसंद थी. इसलिए बालूशाही लेकर जाता था.
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