बोकारो, सीआइएसएफ में महिला सशक्तीकरण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण नीतिगत पहल की गयी है. इसके तहत बल अपनी पहली पूर्ण महिला कमांडो टीम को मुख्य अभियानों में शामिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है. महिला कमांडो इकाई का गठन किया गया है. यह जानकारी शुक्रवार को एक बयान जारी कर सीआइएसएफ बीएसएल इकाई डीआइजी नीति मित्तल ने दी. डीआइजी ने बताया कि मध्य प्रदेश के बरवाहा स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में महिला कमांडो का प्रशिक्षण शुरू हो गया है. आठ सप्ताह का अग्रणी कमांडो कोर्स महिला कर्मियों को उच्च सुरक्षा वाले प्रतिष्ठानों व संयंत्रों में क्यूआरटी व एसटीएफ की ड्यूटी के लिए तैयार करेगा.
30 महिलाओं का पहला बैच वर्तमान में विभिन्न हवाई अड्डों पर तैनात
श्रीमती मित्तल ने बताया कि 30 महिलाओं का पहला बैच वर्तमान में विभिन्न हवाई अड्डों पर तैनात हैं. 11 अगस्त से चार अक्टूबर तक प्रशिक्षण प्राप्त करेगा. इसके बाद छह अक्टूबर से 29 नवंबर तक दूसरा बैच प्रशिक्षण प्राप्त करेगा. प्रारंभिक चरण में एएसजी व संवेदनशील सीआइएसएफ इकाइयों की कम से कम 100 महिला कार्यक्रम को पूरा करेंगी. प्रशिक्षण के बाद हवाई अड्डों व अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर तैनात किया जायेगा. महिलाओं को मुख्य क्षमताओं में शामिल करना बल लैगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. वर्तमान में सीआइएसएफ में 12,491 महिला हैं. वर्ष 2026 में 2400 महिलाओं की भर्ती की जायेगी. आने वाले वर्षों में महिलाओं की भर्ती की मात्रा को 10 प्रतिशत बनी रहेगी.
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