बोकारो, औद्योगिक सुरक्षा को मजबूत करने व देश के आर्थिक विकास को सुरक्षित आधार देने की दिशा में गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) की अधिकृत मौजूदा संख्या एक लाख 62 हजार से बढ़ाकर दो लाख बीस हजार करने को मंजूरी प्रदान कर दी है. अगले पांच वर्षों तक हर साल लगभग 14 हजार नये जवान सीआइएसएफ में शामिल किये जायेंगे. वर्ष 2024 में 13,230 भर्ती हुई. वर्ष 2025 में 24 हजार 98 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है. बल की संख्या में वृद्धि रोजगार के नये अवसर भी लेकर आ रही है. यह जानकारी सीआइएसएफ बीएसएल बोकारो इकाई की डीआइजी नीति मित्तल ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों को दी. श्रीमती मित्तल ने कहा कि पिछले साल सीआइएसएफ ने अपने सुरक्षा विंग के तहत सात नयी इकाइयां शुरू की है. इसमें संसद भवन परिसर, अयोध्या एयरपोर्ट, हजारीबाग स्थित एनटीपीसी की कोयला खदान परियोजना, पुणे का आइसीएमआर – राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, बक्सर व एटा के ताप विद्युत संयंत्र व मंडी की ब्यास सतलुज लिंक परियोजना शामिल हैं. संसद भवन व एटा की परियोजना में अग्निशमन की दो नई इकाइयां भी शामिल की गयी है. इसमें महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ने की उम्मीद है. महिलाओं को हर स्तर पर प्रतिनिधित्व देने की दिशा में कार्य कर रही हैं. श्रीमती मित्तल ने कहा कि बल की वृद्धि तेजी से बढ़ते विमानन क्षेत्र, बंदरगाह क्षेत्र, थर्मल पावर प्लांट, परमाणु प्रतिष्ठान, जल विद्युत संयंत्र व जम्मू-कश्मीर में जेल जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सीआईएसएफ की तैनाती को मजबूत करेगी. छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में वामपंथी उग्रवाद में कमी के साथ, नये औद्योगिक केंद्र उभरने की उम्मीद है. इससे इन इकाइयों को व्यापक व प्रभावी सुरक्षा प्रदान करने के लिए सीआइएसएफ की मजबूत उपस्थिति आवश्यक हो जायेगी.
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