मनी लाउंडरिंग केस में सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. आज उस वक्त उनकी मुश्किलें और बढ़ गयीं, जब प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने उनकी पत्नी पूनम जैन को नोटिस जारी किया. दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की पत्नी को ईडी ने अगले हफ्ते तलब किया है. सत्येंद्र जैन और अन्य के खिलाफ धनशोधन मामले में जब्त डिजिटल उपकरणों से जानकारी निकालने के दौरान पूनम (Poonam Jain) को मौजूद रहने के लिए कहा गया है.
न्यायिक हिरासत में हैं सत्येंद्र जैन
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि पूनम जैन से मामले में छापेमारी के दौरान पहले जब्त किये गये उपकरणों से जानकारी निकालने के दौरान ईडी मुख्यालय में जांच अधिकारी के सामने पेश होने को कहा गया है. सत्येंद्र जैन (57) को ईडी ने धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं में 30 मई को गिरफ्तार किया था और वह न्यायिक हिरासत में हैं.
आम आदमी पार्टी की सरकार में मंत्री हैं सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार में मंत्री हैं. फिलहाल उनके पास कोई विभाग नहीं है. जैन के पास स्वास्थ्य, बिजली और अन्य महकमे थे. एजेंसी ने कथित हवाला लेन-देन से जुड़े मामले में मंत्री को गिरफ्तार करने के बाद उनके परिवार और सहयोगियों के यहां कम से कम दो बार छापेमारी की है. ईडी ने इस महीने उनके दो कारोबारी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है.
सत्येंद्र के यहां से बरामद हुए थे 2.85 करोड़ रुपये, 133 सोने के सिक्के
एजेंसी ने दावा किया था कि छह जून को सत्येंद्र जैन के परिवार और अन्य के यहां छापेमारी के बाद उसने 2.85 करोड़ रुपये नकद और सोने के 133 सिक्के जब्त किये थे. ईडी ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2015 और 2016 के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे, तब उनके स्वामित्व और नियंत्रण वाली कंपनियों को कोलकाता के एंट्री ऑपरेटर को हवाला के जरिये भेजी गयी रकम के बदले मुखौटा कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की प्रविष्टियां मिलीं.
अगस्त में सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज हुआ था केस
ईडी ने कहा था, ‘इन राशियों का उपयोग जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद को लेकर लिये गये ऋण की अदायगी में किया गया था.’ आप के मंत्री के खिलाफ धन शोधन का मामला अगस्त 2017 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनके और अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में दर्ज प्राथमिकी के बाद आया है.
2018 में सीबीआई ने दायर किया था आरोप पत्र
सीबीआई ने दिसंबर 2018 में एक आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि 2015-17 के दौरान कथित आय से अधिक संपत्ति का मूल्य 1.47 करोड़ रुपये था, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से लगभग 217 प्रतिशत अधिक था.
भाषा इनपुट