लालगंज : अखिल भारतीय धर्म संघ भवन लालगंज में धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की 110वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनायी गयी. इस अवसर पर अखिल भारतीय धर्म संघ के प्रांतीय अध्यक्ष पंडित रमाशंकर शास्त्री ने स्वामी जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें 20वीं सदी का महानतम संत बताया. उन्होंने कहा कि जिस बात को स्वामी जी आज से छह दशक पहले कहा था, उसे आज के चिकित्सक कृषि वैज्ञानिक और पर्यावरणविद् सही मान रहे हैं. स्वामी जी ने सभी प्रकार के रोगों की मुक्ति में गाय के दूध-दही घी गोमूत्र का प्रयोग बताया था.
ऊसर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए गाय के गोबर का उपयोग करने को तथा पर्यावरण की रक्षा में भी गाय गंगा को महत्ता बतायी थी. गोवंश की रक्षा के लिए दस लाख संत महात्माओ के साथ 1966 में संसद का घेराव किया था. इसमें पुलिस की गोली से कई संत-महात्माओं की मौत हो गयी थी और स्वामी जी को पकड़ कर तिहाड़ जेल में डाल दिया था.
उस घटना में उनकी आंख की रोशनी भी चली गयी थी. कार्यक्रम की शुरुआत आचार्य विजय कुमार पांडेय के द्वारा रुद्राभिषेक एवं स्वामी जी की मूर्ति व चरण पादुका का पूजन कर किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद कपिलदेव सिंह ने की. इस अवसर पर सुगंध तिवारी, जगरन्नाथ तिवारी, संजय तिवारी, जेपी शुक्ला, बलराम सिंह, पारस चौधरी, प्रो. विनय कुमार, संजय मंडल, मुकेश कुमार, अनिल कुमार, रवींद्र कुमार आदि उपस्थित थे.