– हमेशा के लिए पुलिस की वर्दी का टूट गया सपना – घटना के बाद परिजनों में मचा कोहराम सुपौल. नगर परिषद क्षेत्र के बीम टोला वार्ड नंबर 27 निवासी 30 वर्षीय सोनू कुमार का होमगार्ड जवान बनने का सपना अधूरा रह गया. सोनू शारीरिक परीक्षा की तैयारी के दौरान दौड़ते हुए बेहोश होकर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई. घटना गुरुवार की सुबह करीब 07 बजे की है. सोनू बीते 15 दिनों से होमगार्ड बहाली की तैयारी में जुटा हुआ था. उसने एक स्थानीय एकेडमी में दाखिला लिया था. हर दिन सुबह शहर के आउटडोर स्टेडियम में जाकर दौड़ लगाता था. गुरुवार को भी वह रोज की तरह तय समय पर स्टेडियम पहुंचा और ग्रुप के साथ दौड़ लगाई. लेकिन दूसरे राउंड में ही अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ा. उसके साथ दौड़ रहे युवकों ने तत्काल उसे उठाकर सदर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उसकी सांसें थम गयी. जब सोनू का पार्थिव शरीर उसके घर पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया. चारों ओर चीख-पुकार मच गई. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. उनके घर सहित परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है. हर कोई इस दर्दनाक हादसे से स्तब्ध है. सबसे छोटा भाई था मृतक मृतक स्व महेश्वरी ठाकुर के पांच पुत्रों में से सबसे छोटा पुत्र था. वह परिवार का भरण-पोषण के लिए नाई का काम करता था. उसके भीतर देश सेवा का जज़्बा था, जिसे पूरा करने के लिए वह जी-जान से मेहनत कर रहा था. सोनू की असमय मौत ने एक परिवार से उसका सहारा छीन लिया और पूरे इलाके को गम में डुबो दिया. इस घटना पर सदर थानाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार ने जानकारी दी कि अब तक मृतक के परिजनों द्वारा पुलिस को कोई लिखित सूचना नहीं दी गई है. अप्रशिक्षित ट्रेनर के द्वारा दिया जा रहा था ट्रेनिंग इधर इस हादसे ने एक बार फिर युवाओं में शारीरिक परीक्षण की तैयारी के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बताया जा रहा है कि मृतक सोनू जिस एकेडमी में ट्रेनिंग ले रहा था, उसका ना ही कोई रजिस्ट्रेशन था और ना ही किसी प्रशिक्षित ट्रेनर द्वारा ट्रेनिंग दिया जा रहा था. जानकारों की मानें तो सुपौल आउटडोर स्टेडियम में फिलहाल कई वर्षों से तीन फिजिकल एकेडमी संचालित है. जिसमें राजेश फौजी फैक्ट्री, कोसी फिजिकल फैक्ट्री एवं गोल फिजिकल एकेडमी द्वारा युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि स्टेडियम में वर्षों से फिजिकल एकेडमी संचालित है. लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा इस एकेडमी के वैद्यता की जांच नहीं किया जाना सवालों के घेरे में है. बहाली नजदीक आते ही खुल जाते हैं कई ट्रेनिंग एकेडमी होमगार्ड जवान बहाली के लिए जिले में इन दिनों छात्र-छात्राओं ने अपनी ताकत झोंक दी है. लेकिन सुरक्षा की अनदेखी के कारण आए दिन ऐसे युवा अपने आप को खतरे में डाल रहे हैं. गुरुवार को दौड़ के चक्कर में एक की तो मौत भी हो गई और आए दिन स्टेडियम में दौड़ के कारण अक्सर छात्र-छात्राओं के बेहोश होने की घटना सामने आती रहती है. इन घटनाओं का मुख्य कारण अप्रशिक्षित ट्रेनर और खान-पान की अनदेखी है. बताया जा रहा है कि होमगार्ड जवान बहाली का फिजिकल नजदीक आते ही शहर कई फिजिकल एकेडमी खुल गए. लेकिन ना तो यह खेल विभाग से रजिस्टर्ड है और ना ही इसमें कोई प्रशिक्षित ट्रेनर है. कोई अपने आप को पूर्व एनसीसी कैडेट तो कोई खुद को पूर्व ट्रेनर बताकर फिजिकल एकेडमी चला रहा है. ऐसे में बिना जानकारी के सिर्फ अंधाधुन दौड़ लगायी जा रही है. वह अक्सर बेहोश हो रहे हैं. गुरुवार की घटना में प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मृतक युवक ने पहले राउंड के बाद कुछ एनर्जी ड्रिंक लेकर फिर से दौड़ में जुट गया और ट्रैक पर ही बेहोश हो गया. इसके बाद उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी. दौड़ के बाद चाय और सिगरेट बना फैशन होमगार्ड जवान बहाली के फिजिकल की तैयारी में जुटे युवाओं में इन दिनों दौड़ के बाद चाय और सिगरेट पीने का फैशन बन गया है. सुबह के समय स्टेडियम के आसपास चाय दुकानों में ऐसे युवाओं की जबरदस्त भीड़ दिखती है. इसके अलावा विभिन्न कंपनी से बना सस्ता एनर्जी ड्रिंक का भी युवा धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. यह शरीर के लिए कितना सुरक्षित और हानिकारक है, इस पर छात्रों को ना तो कोई राय देने वाला है और ना ही युवा खुद इस पर ध्यान दे रहे हैं जो आए दिन युवाओं के लिए खतरनाक साबित हो रहा है. जांच कर होगी कार्रवाई : जिला खेल पदाधिकारी जिला खेल पदाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि स्टेडियम में सुबह दौड़ के दौरान एक युवक की मौत होने की सूचना मिली है. बताया कि स्टेडियम में किसी भी फिजिकल एकेडमी द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है तो इसकी सूचना नहीं है. यदि ऐसा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
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