सुपौल. आगामी बिहार विधानसभा निर्वाचन 2025 को सुगम और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लहटन चौधरी सभागार में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस प्रशिक्षण में होम वोटिंग सुविधा से संबंधित मतदान अधिकारियों को विस्तार से प्रशिक्षित किया गया. यह विशेष सुविधा उन अनुपस्थित मतदाताओं के लिए है जो किसी कारणवश मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच सकते. इनमें मुख्य रूप से वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगजन शामिल हैं. इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रहे, चाहे उसकी उम्र या शारीरिक स्थिति कुछ भी हो. कार्यक्रम के दौरान पोस्टल बैलेट कोषांग के वरीय और नोडल पदाधिकारियों ने मतदान अधिकारियों को होम वोटिंग प्रक्रिया की चरणबद्ध जानकारी दी. प्रशिक्षण में डाक मतपत्रों के सही उपयोग, गोपनीयता बनाए रखने, तथा मतदाताओं के घर तक सुरक्षित रूप से मतदान दल पहुंचाने की प्रक्रिया पर विशेष बल दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य मतदान कर्मियों को इस सुविधा के सटीक और पारदर्शी क्रियान्वयन के लिए तैयार करना है, ताकि एवीएससी और एवीपीडी श्रेणी के मतदाता बिना किसी बाधा के मतदान कर सकें.
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