राघोपुर दुर्गा पूजा के दौरान कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के उद्देश्य से रविवार की शाम राघोपुर थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन की ओर से फ्लैग मार्च निकाला गया. थानाध्यक्ष अमित कुमार राय के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी और जवान मोटरसाइकिलों से मुख्य बाजार, भीड़भाड़ वाले इलाकों और पूजा पंडाल मार्गों से गुज़रे. इस दौरान लोगों को शांति, सौहार्द और नियमों के पालन का संदेश दिया गया तथा अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई. हालांकि, फ्लैग मार्च के कुछ घंटे बाद इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विवाद खड़ा हो गया. वीडियो में कई पुलिसकर्मी बिना हेलमेट बाइक चलाते हुए नज़र आए। वीडियो को सुपौल पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी साझा किया गया, जिसके बाद लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी. कई लोगों ने फ्लैग मार्च की पहल की सराहना की, वहीं अन्य ने इसे नियमों की दोहरी नीति करार दिया. स्थानीय निवासियों का कहना है कि आम नागरिक यदि बिना हेलमेट सड़क पर निकलते हैं तो तुरंत चालान काटा जाता है, लेकिन जब पुलिसकर्मी खुद ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं तो कार्रवाई क्यों नहीं होती? लोगों ने यह भी तर्क दिया कि हेलमेट पहनना न केवल कानून पालन, बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी जरूरी है. सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों पर संज्ञान लिया जाए और भविष्य में फ्लैग मार्च या गश्त के दौरान सभी जवान सुरक्षा मानकों का पालन करें. फिलहाल, पुलिस विभाग की ओर से इस विवाद पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
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