प्रतिनिधि, सीवान. शक्ति, साधना और उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्र के सप्तमी तिथि पर सोमवार को मां कालरात्रि की आराधना होगी. पंडित पुरुषोत्तम तिवारी ने बताया कि पंचांग के मुताबिक रविवार की दोपहर 02:27 बजे से सप्तमी आरंभ हो रही है. वहीं सोमवार को शाम 4:32 बजे सप्तमी तिथि समाप्त हो रही है. सनातन धर्म मे उदय तिथि ही मान्य है. इसलिए सोमवार को ही महासप्तमी है. सोमवार को मां भगवती का पट खुलेगा. इधर रविवार को को श्रद्धालुओं की भक्ति का रंग और गाढ़ा हो गया. मां के भक्तों व साधकों ने देवी मंदिरों में पहुंचकर मां कात्यायनी स्वरूप का दर्शन पूजन किया. हर घर में दुर्गा सप्तशती के ओजस्वी मंत्रों व शंखों की ध्वनि से दशों दिशाएं गुंजित हो रही थी. देवी मंदिरों में मां के भक्तों की जय माता दी के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय होता गया. शहर के कचहरी रोड स्थित दुर्गा मंदिर, बुढ़िया माइ मंदिर, रजिस्ट्री कचहरी स्थित काली मंदिर, मैरवा के चंदनिया डीह दुर्गा मंदिर, जीरादेई के आसकामनी माई मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में सुबह से ही मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. स्त्री पुरुष, वृद्ध सभी भक्तजन मां के दरबार में दर्शन के लिए लम्बी कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे. मां को नारियल, चुनरी समेत अन्य प्रसाद चढ़ाकर कल्याण की कामना की. घरों में स्थापित कलश के पास श्रद्धालुओं द्वारा स्वयं या वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ अनवरत जारी रहा. पंडित मंत्री ओझा ने बताया कि देवी ने ऋषि कात्य के घर जन्म लिया. जिससे इनका नाम कात्यायनी पड़ा. पूजा पंडालों में विराजेगी मां दुर्गा शहर सहित गांव तक के सभी मंदिरों, पूजा-पंडालों में सोमवार को महासप्तमी के दिन मां दुर्गा के पट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जायेंगे. देवी प्रतिमाएं सज-धज कर तैयार हो गये है. पंडालों को भी काफी आकर्षक तरीके से सजाया गया है. जिला प्रशासन के तरफ से जिले में चिन्हित स्थानों पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया गया है. नवरात्र पर मां दुर्गा, काली, लक्ष्मी, सरस्वती जी सहित अन्य देवी-देवताओं के पूजन-अर्चन का क्रम जारी है. भक्तों द्वारा पूजा अर्चना से पूरा माहौल भक्तिमय बना हुआ है.
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