प्रतिनिधि, सीवान. गोरेयाकोठी के एसएफसी टीपीडीएस गोदाम में 85.50 क्विंटल चावल ज्यादा मिलने का मामला सामने आने के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा है. गड़बड़ी उजागर होते ही निगम मुख्यालय पटना के महाप्रबंधक (प्रशासन) ने एजीएम मोनिका कुमारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है, और एक हफ्ते के भीतर लिखित जवाब मांगा है. जांच में पता चला कि गोरेयाकोठी गोदाम से पीडीएस दुकानों को बिना तौल के ही अनाज दिया जा रहा था. साथ ही परिवहन एजेंसी से अवैध वसूली और जबरन क्षति दिखाने की शिकायतें भी सामने आईं थी. 19 अगस्त को जिला प्रबंधक आसिफ इकबाल ने गोरेयाकोठी गोदाम का भौतिक सत्यापन व जांच किया था. इस जांच में अतिरिक्त चावल मिलने की पुष्टि हुई थी. मामला सामने आते ही निगम ने इसे गंभीर गड़बड़ी मानते हुए तुरंत कार्रवाई की. प्रशासन की सख्ती का असर इतना हुआ कि निगम मुख्यालय ने एजीएम मोनिका कुमारी का तबादला कर उन्हें गोपालगंज जिले के भोरे टीपीडीएस गोदाम भेज दिया है. उन्हें आदेश दिया गया है कि वे तुरंत नये पदस्थापित स्थल पर योगदान दें और गोदाम का प्रभार संभालें. वहीं जिला प्रबंधक को निर्देश दिया गया है कि गोरेयाकोठी गोदाम का प्रभार फिलहाल निकटवर्ती सहायक प्रबंधक को सौंपा जाए. महाप्रबंधक (प्रशासन) ने एजीएम को भेजे पत्र में साफ लिखा है कि अनुमंडल पदाधिकारी महराजगंज की रिपोर्ट और जिला प्रबंधक सीवान की 19 अगस्त 2025 के जांच रिपोर्ट दोनों में गोदाम से अधिक मात्रा में खाद्यान्न मिला है. इस रिपोर्ट से साफ जानकारी हो रही है कि भारी गड़बड़ी की गई है. इसमें महाराजगंज के अनुमंडल पदाधिकारी के रिपोर्ट के अनुसार 35 बोरा गेहूं और 180 बोरा चावल अधिक मिलने की पुष्टि हुई है. साथ ही 19 अगस्त को जिला प्रबंधक के द्वारा किए गए सत्यापन में भी 171 बोरा यानी 85.50 क्विंटल चावल अतिरिक्त मिला था. साथ ही आरोप है कि दुकानदारों को तौलकर अनाज नहीं दिया गया और परिवहन एजेंसी से पैसे की मांग की गई. जब उन्होंने इनकार किया तो उनके द्वारा ढोए गए अनाज में जबरन क्षति दिखा दी गई. एजीएम ने स्वीकारी ज्यादा चावल की बात- पत्र में यह भी लिखा गया है कि जिला प्रबंधक की रिपोर्ट में खुद एजीएम ने स्वीकार किया है कि गोदाम में 171 बोरा चावल ज्यादा भंडारित था. इससे साफ है कि दुकानदारों को बिना तौल अनाज दिया जाता था और परिवहन एजेंसी से जबरन वसूली की जाती थी. महाप्रबंधक ने यह भी निर्देश दिया है कि आरोप पत्र के आधार पर एजीएम एक सप्ताह के भीतर जवाब दें. वरना उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी. जिला प्रबंधक आसिफ इकबाल ने कहा कि 19 अगस्त को जब हमने गोरेयाकोठी एसएफसी गोदाम की जांच की तो वहां 171 बोरा यानी करीब 85 क्विंटल चावल ज्यादा मिला. यह साफ तौर पर गड़बड़ी है. जांच के दौरान यह भी सामने आया कि पीडीएस दुकानों को बिना तौल के ही अनाज दिया जा रहा था. परिवहन एजेंसी से पैसे मांगने और जबरन क्षति दिखाने की शिकायतें भी मिली हैं. पूरी रिपोर्ट मैंने निगम मुख्यालय को भेज दी है. इस आधार पर एजीएम को नोटिस जारी हुआ है. उन्होंने बताया कि उनका तबादला भी हो गया है.
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