प्रतिनिधि, महाराजगंज. शहर के पूजा-पंडालों का काम अंतिम दौर में हैं. पंडाल को आकर्षक और अनोखा रूप देने के लिए कलाकार दिन-रात काम कर रहे हैं. वहीं पंडाल के आसपास सजावट व लाइटिंग का भी काम जोरों पर है. अधिकतर पंडालों में शनिवार शाम तक काम को पूरा कर लिया जायेगा. सोमवार को पंडालों में स्थापित प्रतिमा का पट खोला दिया जायेगा. इसके बाद श्रद्धालु मां दुर्गा के दर्शन कर सकेंगे. शहर के सभी पूजा समितियों ने अलग- अलग थीम पर पंडाल को तैयार किया है, जिसमें देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ-साथ सांस्कृतिक और पारंपरिक तत्वों को भी शामिल किया गया है. सजावट भी अलग- अलग अंदाज में की जा रही है. कहीं पंडाल के परिसर में सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है, तो कहीं बच्चों व महिलाओं के लिए झूले की व्यवस्था है. कुछ पंडालों में बंगाल व झारखंड, के कलाकार काम में लगे हैं, तो कहीं पंडाल को संवारने की जिम्मेदारी स्थानीय कलाकारों को ही दी गयी है. कलाकारों ने बताया कि वे पूजा पंडाल को ऐसा रूप देने की कोशिश कर रहे हैं,जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करें. बांस-बल्लियों पर कपड़ा चढ़ाने का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है. रविवार की सुबह से कपड़े के उपर थर्मोकोल से बनेे डिजाइनों को चढ़ाने का काम शुरू कर दिया जायेगा. इस बार दस दिनों के विजयादशमी त्योहार के तहत सोमवार सप्तमी को मां का पट खुलेगा. जबकि एक अक्टूबर को नवमी के बाद दो अक्टूबर को विजयादशमी का त्योहार मनाया जाएगा. दस दिनों तक मनाए जाने वाले विजयादशमी त्योहार के तहत सोमवार को सप्तमी पड़ने वाली है. जब मां के पट खुलने के साथ ही लोगों को उनका दिव्य दर्शन प्राप्त होगा. इस संबंध में पंडितों की राय माने तो पूरे दिन सप्तमी का शुभ महूर्त है और लोग जब चाहे अपनी सुविधानुसार मां का पट खोल सकते हैं.
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