सीवान. सीवान नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में आर्थिक व साइबर अपराध इकाई की छापेमारी के दूसरे दिन गुरुवार को और अधिक संपत्ति का एजेंसी ने खुलासा किया है.
आर्थिक अपराध शाखा का मानना है कि आय से अधिक संपत्ति का आकलन किया जा रहा है. चल व अचल संपत्ति का दायरा अभी और बढ़ सकता है. अब तक की कार्रवाई से यह बात सामने आयी है कि लखनऊ में उनकी पत्नी के नाम आर्ट स्टूडियो से लेकर शेल कंपनी तक है. उनके परिजनों के खाते में एक करोड़ 48 लाख 46 हजार 173 रुपये मिले हैं. इसके अलावा लखनऊ स्थित आवास से फॉर्च्यूनर और इनोवा जैसी महंगी गाड़ियां तक मिली हैं, जो पिछले वर्ष ही खरीदी गयी है.शेल कंपनियों के जरिये अवैध कमाई
जांच में खुलासा हुआ है कि अनुभूति श्रीवास्तव ने अपनी पत्नी नलिनी प्रकाश के सहयोग और आपराधिक साजिश के तहत लखनऊ में दो शेल कंपनियां संस्कार इंटरप्राइजेज और बुएयांस सलूशन प्राइवेट लिमिटेड स्थापित कीं. इन कंपनियों के बैंक खातों में अवैध रूप से अर्जित राशि जमा की गयी और चेन ट्रांसफर के माध्यम से यह राशि उनके और उनकी पत्नी के खातों में स्थानांतरित की गयी. पूर्वी चंपारण और सहरसा में उनके कार्यकाल के दौरान संस्कार इंटरप्राइजेज में बड़ी मात्रा में नकद जमा किया गया, जिसे बाद में नलिनी प्रकाश के खाते में ट्रांसफर किया गया.महंगी गाड़ियां, ज्वेलरी व जमीन फ्लैट के मिले दस्तावेज
छापेमारी के दौरान तीनों ठिकानों से कुल 6,66,900 रुपये नकद बरामद हुए, जिसमें लखनऊ से 1,92,000 रुपये, सीवान से 1,25,400 रुपये और पटना से 3,49,500 रुपये शामिल हैं. इसके अलावा, लखनऊ के आवास से लगभग 400 ग्राम ज्वेलरी, महंगी गाड़ियां (फॉर्च्यूनर और इनोवा) और जमीन व फ्लैट से संबंधित दस्तावेज बरामद किये गये. तीनों आवासों की साज-सज्जा बेहद खर्चीली पायी गयी, जिसकी इन्वेंट्री तैयार की गयी है. अनुभूति श्रीवास्तव की पत्नी नलिनी प्रकाश के नाम पर लखनऊ में ””””नलिनी क्रिएशन”””” नामक एक आर्ट स्टूडियो संचालित होता है. जांच में इस स्टूडियो को भी अवैध कमाई के संभावित स्रोत के रूप में देखा जा रहा है.बैंक खातों में भारी राशि
अनुभूति श्रीवास्तव, उनकी पत्नी नलिनी प्रकाश और परिजनों के नाम से 21 पासबुक बरामद हुए, जिनमें कुल 1,48,46,173 रुपये जमा पाये गये. बरामद दस्तावेजों में चल और अचल संपत्तियों का ब्योरा शामिल है, जिनके सत्यापन के बाद अप्रत्यानुपातिक धनार्जन का प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है.पहले भी लगे भ्रष्टाचार के आरोप
यह पहली बार नहीं है, जब अनुभूति श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. अगस्त 2021 में विशेष निगरानी इकाई ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप पत्र दाखिल हो चुका है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इसके बावजूद, निलंबन से मुक्त होने के बाद उनकी सीवान नगर परिषद में कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में नियुक्ति हुई थी. अपराध शाखा का मानना है कि अनुभूति श्रीवास्तव ने अपने पद का दुरुपयोग कर वैध आय से 71,01,908 रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित की, जो उनकी वैध आय से लगभग 78.91% अधिक है. इस आधार पर आर्थिक अपराध थाने में 18 अगस्त, 2025 को कांड संख्या-20/2025 दर्ज किया गया, जिसमें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 (संशोधित 2018) की धारा-13(2), 13(1)(बी)/12 के तहत मामला दर्ज हुआ. आर्थिक अपराध इकाई ने माननीय न्यायालय से तलाशी अधिपत्र प्राप्त कर 20 अगस्त को अनुभूति श्रीवास्तव के तीन ठिकानों पैतृक आवास उत्तर प्रदेश के लखनऊ के गोमतीनगर एडेल्को ग्रीन्स के मकान संख्या-156, पटना के रूपसपुर थाने के तिलकनगर, रूकनपुरा, अर्पणा मेंशन के फ्लैट संख्या-406बी/407बी एवं नगर कार्यपालक पदाधिकारी सीवान नगर परिषद के आवास पर छापेमारी की गयी. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा बताया गया कि तलाशी अभियान अब भी जारी है और बरामद दस्तावेजों और संपत्तियों का सत्यापन पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी सार्वजनिक की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

