सदर अस्पताल में मानवता तार-तार
नि:शुल्क शव वाहन के चालक ने मांगा छह सौ रुपये
सीतामढ़ी : गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ तबस्सुम व नीतू की मौत के बाद भ्रष्टाचार, अनियमितता व अनुशासनहिता को लेकर सुर्खियों में आ चुके सदर अस्पताल में सोमवार को मानवता को तार-तार करने वाली तस्वीर देखने को मिल रही थी. जहां पत्नी की मौत के बाद शव को पहुंचाने के लिए नि:शुल्क शव वाहन का चालक प्रमोद कुमार मृतका सरिता के पति नवल से छह सौ रुपये घूस मांग रहा था.
सरकार की ओर से नि:शुल्क व्यवस्था
सरकार ने सदर अस्पताल में मौत के बाद शव को मृतक के घर तक छोड़ने के लिए नि:शुल्क शव वाहन की व्यवस्था की है. ताकि परिजन बगैर किसी परेशानी के शव को अपने घर ले जा सके. इसके एवज में किसी तरह का सुविधा शु:ल्क परिजनों को नहीं देना है. जबकि सदर अस्पताल की स्थिति दिन-प्रतिदिन ऐसी होती जा रही है कि जिसे जगह मिल रहा है, वहां वह भ्रष्टाचार की गंगोत्री में डुबकी लगाने से बाज नहीं आ रहे है.