सासाराम सदर.
जिले के बालू घाटों के संचालन के लिए लोगों को अब एक माह और इंतजार करना होगा. सोन नदी में पानी अधिक होने के कारण जून में बंद बालू घाटों को 15 अक्त्तूबर तक शुरू किया जाना था, लेकिन जलस्तर में गिरावट नहीं आने से घाट संचालन फिलहाल संभव नहीं हो पाया है.हालांकि विभाग ने बालू घाट संचालन की अनुमति दे दी है, पर सोन नदी में अधिक पानी होना उसमें मुख्य बाधा बना हुआ है. जिले के कुल 20 बालू घाटों में से फिलहाल केवल नौ घाट ही संचालित हैं. घाट बंद होने के बाद बंदोबस्त धारियों को एनओसी लेकर नदी से लगभग सौ मीटर दूर बालू डंप करने की अनुमति दी गयी थी, ताकि सरकारी और निजी निर्माण कार्यों में बालू की कमी न हो. इन डंप स्थलों से बालू की सप्लाई जारी है, लेकिन लोगों को इसके लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है. इस संबंध में जिला सहायक खान निदेशक रणधीर कुमार ने बताया कि बालू घाट संचालन की अनुमति मिल चुकी है, लेकिन सोन नदी में अब भी अधिक पानी चल रहा है. ऐसे में घाट संचालन या नए घाटों की बंदोबस्ती फिलहाल संभव नहीं है. जलस्तर घटने के बाद ड्रोन से नदी की स्थिति का निरीक्षण कर घाट संचालन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. फिलहाल, सोन नदी का जलस्तर सामान्य होने में लगभग एक माह का और इंतजार करना पड़ेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

