करगहर. सूबेदार सिंह कॉलेज में प्राचार्य की कार्यशैली को लेकर शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. विभागीय सूत्रों के अनुसार यह कॉलेज सरकार से अनुदानित है और दशहरा को लेकर 23 सितंबर को अनुदान की राशि स्वीकृत भी हो चुकी है. लेकिन, कर्मियों का आरोप है कि प्राचार्य भुगतान करने के लिए विभागीय खर्च के नाम पर अतिरिक्त रकम की मांग कर रहे हैं. कर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस मामले की शिकायत वे विश्वविद्यालय के वरीय अधिकारियों से करेंगे. उनका कहना है कि प्राचार्य की इस रवैये से कॉलेज की शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है. साथ ही कॉलेज के कोष में पैसा उपलब्ध होने के बावजूद नियमों की अनदेखी कर मनमाने तरीके से ब्रसर और अकाउंटेंट की नियुक्ति की गयी है. वरिष्ठ प्रोफेसर रामेश्वर सिंह को दरकिनार कर जूनियर प्रोफेसर रूस्तम अंसारी को ब्रसर नियुक्त किए जाने से भी असंतोष है. वहीं, कॉलेज में नामांकित कई छात्रों के अभिभावकों ने भी प्रबंधन पर पंजीकरण और परीक्षा आवेदन के नाम पर मनमानी वसूली का आरोप लगाया है. इस संबंध में कॉलेज प्राचार्य से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
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