छपरा (सदर) : जुलाई माह में लगातार हो रही बारिश से जिले में बेहतर खरीफ फसल होने की उम्मीद जगी है. कृषि विभाग के वरीय पदाधिकारियों की माने तो धान की रोपनी का यह उपयुक्त समय है. जुलाई माह में शुरू से ही अदरा तथा अब पुर्नवषु नक्षत्र में अबतक 220 मिलीमीटर औसत बारिश जिले में हो चुकी है. जबकि औसत बारिश 297 मिलीमीटर का अनुमान था. जबकि जुलाई माह में अभी दो तिहायी समय बाकी है.
इसके पूर्व जून माह में 146 मिलीमीटर औसत बारिश के बदले महज 68 मिलीमीटर बारिश हुई जो काफी कम थी. जिले में 46 हजार हेक्टेयर में धान, 33 हजार हेक्टेयर में मक्कर तथा शेष क्षेत्र में दलहन एवं तेलहन की खेती का लक्ष्य निर्धारित है. जिला कृषि पदाधिकारी जयरामपाल की माने तो जिले में वर्तमान मौसम को देखते हुए बेहतर खरीफ फसल की उम्मीद है.
धान की रोपनी शुरू : जुलाई माह में लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में किसान अपने खेतों में लगे धान के बिचड़े से बिना किसी बाधा के धान की रोपनी तेजी से करने में लगे है. लगातार बारिश से उन्हें न तो खेत में धान रोपने के लिए बोरिंग चलाने की जरूरत होती है और न भीषण गरमी के कारण मजदूरों को खुले में काम करने में परेशानी होती है. वहीं लगातार बारिश के कारण चंवर एवं विभिन्न तालाबों में भी बारिश का पानी जमा हो रहा है. जिससे भविष्य में मत्स्य उत्पादन बेहतर उत्पादन होने की उम्मीद जगी है. जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल की माने तो जिले में अभी तक 15 फीसदी धान की रोपनी हो चुकी है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में किसान तेजी से खरीफ फसल की खेती में लगे हुए है. जिससे भविष्य में बेहतर खरीफ उत्पादन की उम्मीद है.
86 हजार हेक्टेयर में धान तथा 33 हजार हेक्टेयर में मक्का की खेती का है लक्ष्य
अबतक लक्ष्य के 15 फीसदी हो चुकी धान की रोपनी
नोट: फोटो नंबर 10 सीएचपी 2 है कैप्सन होगा- खेतों में धान की रोपनी करते मजदूर