पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरी जदयू को शुरुआती दौर में ही बड़े मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है. जदयू ने भी अपनी रणनीति तय कर ली है लेकिन अब उसे अचानक एक बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. जदयू ने पहले चरण के लिए जिन चार उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का फैसला लिया है उनमें तीन प्रत्याशियों का नामांकन रद्द कर दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल चुनाव के लिए पहले चरण में जदयू ने पश्चिमी मिदनापुर और बांकुरा इलाकों में कुल चार उम्मीदवार दिए थे. लेकिन पार्टी के लिए मुश्किलें तब पैदा हो गयी जब उनके तीन उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया. पश्चिम बंगाल में पहले चरण का चुनाव पांच जिलों में है. जहां के 30 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है.
बंगाल में पहले चरण के लिए पुरुलिया, पश्चिमी मिदनापुर , बांकुरा पार्टर, पूर्वी मिदनापुर तथा झारग्राम में मतदान होने हैं. जदयू ने मिदनापुर और बांकुरा इलाकों में अपने चार उम्मीदवारों को इस चरण के लिए उतारा था. जदयू ने आदिवासी इलाकों पर निशाना साधा था. जांच के बाद इन चार में तीन प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने के लिए योग्य नहीं पाया गया जिसके बाद उम्मीदवारी रद्द कर दी गई और अब केवल एक ही प्रत्याशी जदयू के तरफ से चुनावी मैदानी में बचे हैं.
वहीं जदयू नामांकन रद्द होने के बाद अब पार्टी स्तर पर इसमें जुटी हुई है. जदयू बंगाल में चुनावी तैयारी में पूरी तरह लगी हुई है. मंगलवार को कई दलों के पूर्व विधायक जेडीयू में शामिल किए जायेंगे. वहीं इनमें तृणमूल के मोइनउद्दीन शम्स भी शामिल रहेंगे जो अब जदयू के सदस्य हो जायेंगे. जदयू उन्हें नलहाटी विधानसभा में अपना उम्मीदवार बना सकती है.
Posted By: Thakur Shaktilochan