– आने वाले दिनों में राजधानी पटना का परिदृश्य बदला- बदला आयेगा नजर – सनातन पर हमला करने वाले मुर्ख हैं, सनातन उगता हुआ सूर्य – लोगों को तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए ज्ञान-ध्यान से जुड़ने के लिए किया प्रेरित -एनआइटी के साथ आर्ट ऑफ लिविंग ने किया समझौता पत्र पर हस्ताक्षर फोटो भी है. संवाददाता, पटना. मगध तो विद्या और पराक्रम का केंद्र रहा है. प्राचीन काल में यहां देश-दुनिया से विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त करने यहां आते थे. इस क्रम को आगे बढ़ाना चाहता हूं. अगर राज्य सरकार लगभग 60- 70 एकड़ जमीन मुहैया कराये तो यहां भी विश्व विद्यालय की स्थापना करेंगे. ये बातें आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर ने कहीं. उज्ज्वल बिहार यात्रा कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को गुरुदेव के साथ इस अन्तरंग वार्ता का आयोजन ज्ञान भवन में किया गया था. कार्यक्रम की शुरुआत आर्ट ऑफ लिविंग के सत्संग से हुई. इस मौके पर गुरुदेव ने आमंत्रित अतिथियों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब दिये. अंतरंग वार्ता के दौरान श्री श्री रवि शंकर ने कहा कि शिक्षा के बगैर इंसान का जीवन अधूरा है. अंतरंग वार्ता के लिए आत्मीय वार्ता होती है तो अंतरवार्ता होती है. उन्होंने कहा कि मुझे आने में कुछ देर हो गयी. मिलने वाले को मैं निराश नहीं करता. इसलिए आपको इंतजार करना पड़ा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में बिहार में काफी परिवर्तन हुआ है. दस साल पहले मखाना को पूछने वाला को नहीं था. गरीबों को आहार माना जाता है, लेकिन आज की तारीख में मखाना गांव-कस्बों से निकल कर अमेरिका पहुंच गया है. पटना में कई प्रोजेक्ट चल रहा है जो आने वाले दिनों में राजधानी पटना का परिदृश्य बदला- बदला नजर आयेगा. महिलाओं को अपनी स्वयं सुरक्षा के लिए उपाय जरूर सीखना चाहिए महिला दिवस के मद्देनजर पूछे गये सवाल पर कि बिहार की महिलाओं के लिए उनका क्या संदेश है, गुरुदेव ने कहा कि महिलाओं को अपनी स्वयं सुरक्षा के लिए उपाय जरूर सीखना चाहिए. खासकर ग्रामीण इलाके की महिलाएं अभी भी दबी हैं. इसके अलावा गुरुदेव ने कहा कि महिलाओं को स्वयं को कम नहीं समझना चाहिए. महिलाओं को खुद को सशक्त बनाना चाहिए और वास्तव में वो आंतरिक रूप से सशक्त हैं. श्रीश्री रवि शंकर ने कहा कि कोविड वैक्सीन की वजह से आज छोटे बच्चे और युवाओं को दिल के दौरे पड़ रहे है, जो चिंता का विषय है. कोरोना वायरस मानव जनित वायरस है. ओजोन थेरेपी से कोरोना के प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है. इसके अलावा गुरुदेव ने स्वस्थ जीवन के लिए सभी को आयुर्वेद को अपनाने की सलाह दी. सनातन के खतरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि सनातन पर हमला करने वाले मुर्ख हैं. सनातन उगता हुआ सूर्य है. सनातन धर्म को कोई मिटा नहीं सकता है. अपने त्योहारों और अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए हिन्दू को अपने धर्म को सम्मान करें और अपने त्योहारों और अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या जिसमें मन फंस कर उलझा रह जाता है, इससे मुक्ति के लिए उपाय पूछे जाने पर गुरुदेव ने आर्ट ऑफ लिविंग के कोर्स करने की सलाह दी और बताया कि सुदर्शन क्रिया करने से किसी भी समस्या और परेशानी से निजात मिल सकती है. इसके अलावा मन को कैसे शांत रखा जाए ? अवसाद से कैसे बाहर निकला जाए और युवाओं में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए भी गुरुदेव ने आर्ट ऑफ लिविंग की सुदर्शन क्रिया सीखने और मौन-ध्यान करने की सलाह दी. गुरुदेव ने कहा कि मौन-ध्यान करने से ना सिर्फ साकार बल्कि निराकार स्वरूप अर्थात मन की भी शुद्धि होती है, शांति मिलती है और सारी समस्याओं का समाधान मिल सकता है. आर्ट ऑफ लिविंग की सुदर्शन क्रिया एक श्वास लेने की लयबद्ध तकनीक है जिससे पूरे विश्व भर में लगभग 80 करोड़ लोगों को लाभ मिला है. गुरुदेव ने बिहार के युवाओं को नशा मुक्त जीवन जीने के लिए आह्वान किया.
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