बिहार में शराबबंदी को लेकर सख्ती अब और तेज हो गयी है. दिसंबर का आधा महीना खत्म हो चुका है. नया साल 2022 के आगमन में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. इस बीच शराब मामले को लेकर अब निगरानी तेज करने की शुरुआत की गई है. बुधवार से ऑपरेशन न्यू ईयर का आगाज किया गया है. बड़ी गिरफ्तारियां और बरामदगी के लिए पहली बार राज्य सरकार ने इस तरह के ऑपरेशन की शुरुआत की है.
ऑपरेशन न्यू ईयर में चार एजेंसियों को एकसाथ मैदान में उतारा गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस ऑपरेशन में पुलिस मुख्यालय की मद्य निषेध ईकाई की स्पेशल टीम, उत्पाद विभाग की टीम, जिला पुलिस बल और एंटी लीकर टास्क फोर्स के अलावा स्पेशल ब्रांच को भी लगाया गया है. स्पेशल ब्रांच की खुफिया जानकारी पर ये टीमें ताबड़तोड़ कार्रवाई करेगी.
बता दें कि बिहार के डीजीपी ने पहली बार सीनियर आईपीएस अधिकारियों को शराबबंदी मामले में हो रही कार्रवाई और अन्य मामलों की निगरानी के लिए मैदान में उतारा है. एडीजी और आईजी रैंक के 12 अधिकारियों को अलग-अलग रेंज की जिम्मेदारी देकर फील्ड में उतारा गया है. उन्हें रेंज के तमाम जिलों में जाकर भी शराब मामले से जुड़ी कार्रवाई का जायजा लेना है. वहीं नेपाल या बांग्लादेश से जुड़े बॉर्डर वाले इलाकों में तैनात अर्ध सैनिक बलों व बीएसएफ से भी को-ऑर्डिनेट करना है.
गौरतलब है कि बिहार में वैसे इलाकों पर निगरानी बढ़ायी जाएगी जो बॉर्डर से सटे हुए हैं. ऐसी सूचनाएं सामने आती रहती हैं कि नेपाल और बांग्लादेश से शराब की तस्करी के प्रयास होते हैं. इन इलाकों के रास्तों का तसकरी के लिए उपयोग किया जाता है. अब ऑपरेशन न्यू ईयर के लिए सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है. जिन अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है वो डीजीपी को रिपोर्ट सौंपेंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan