प्रतिनिधि, बिहटा
पटना जिले के बिहटा प्रखंड के सिकंदरपुर स्थित इएसआइसी अस्पताल में मंगलवार को उस वक्त हंगामा मच गया, जब अस्पताल में कार्यरत 21 लैब टेक्नीशियन को अचानक सेवा से हटाने का आदेश जारी कर दिया गया. आदेश की जानकारी मिलते ही सभी कर्मियों ने मुख्य गेट पर धरना और नारेबाजी शुरू कर दी. जानकारी के मुताबिक, हटाये गये ये सभी लैब टेक्नीशियन सुदर्शन फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तहत पिछले चार वर्षों से सेवा दे रहे थे. मंगलवार को कंपनी की ओर से निर्देश जारी किया गया कि 15 अक्टूबर से पहले सभी 21 लैब टेक्नीशियन की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी. विरोध में शामिल लैब टेक्नीशियन शंकर दयाल शर्मा ने बताया कि जब बिहटा में इएसआइसी अस्पताल शुरू हुआ था, तभी से हम सभी यहां लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहे हैं. चार साल तक ईमानदारी से सेवा देने के बाद अचानक हमें हटाने का नोटिस देना अन्यायपूर्ण है. कर्मियों का आरोप है कि कंपनी अब मोटी रकम लेकर नये लोगों की बहाली करने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना, कारण या मूल्यांकन के यह आदेश जारी किया गया है, जो पूरी तरह से मनमाना और पक्षपातपूर्ण निर्णय है.
कर्मियों ने चेतावनी दी है कि अगर आदेश वापस नहीं लिया गया, तो वे अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करेंगे. हटाये गये कर्मियों में एम.डी. अमदुल्लाह, बिट्टू कुमार, प्रीति कुमारी, जय प्रकाश कुमार, ज्ञान कुमारी, आराधना सिंह, सत्यजीत कुमार, अमृतेश कुमार, प्रेमला कुमारी, प्रभाकर कुमार, रवि शंकर, खुशबू पांडेय, खुशी दिव्यज्योति, प्रियेेश कुमार, विकास कुमार, सिमरन भारती, दिलनवाज, कुमार सन्तानु, शंकर दयाल शर्मा, राहुल कुमार और आनंद प्रकाश यादव शामिल हैं.
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