Greater Patna: पटना. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कलेक्ट्रेट भवन में रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कहा कि मुख्यमंत्री की पटना जिले की प्रगति यात्रा के दौरान 25 साल की जरूरतों को ध्यान में रख कर 32 परियोजनाएं तैयार की गयीं. इन परियोजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के साथ उनके काम को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गयी है. परियोजनाओं का क्रियान्वयन होने से तीन साल में पटना का बदलाव दिखेगा. इन परियोजनाओं पर लगभग 10,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. शहर के साथ ग्रामीण इलाके में सड़कों की कनेक्टिविटी बढ़ने से विस्तार के साथ आवागमन में और अधिक सहूलियत होगी.
तीसरे एयरपोर्ट के निर्माण की संभावना
पुनपुन-राजगीर के बीच एक तीसरा एयरपोर्ट के निर्माण की संभावना है. इसकी सैद्धांतिक सहमति का इंतजार हो रहा है. सैद्धांतिक सहमति मिलने के बाद जमीन की तलाश की जायेगी. डीएम ने कहा कि पालीगंज में एक अप्रैल से निबंधन कार्यालय काम शुरू करेगा. बाढ़ के उमानाथ मंदिर में 480 मीटर रिवर फ्रंट के साथ सीढ़ी घाट का निर्माण होगा. नगर विकास व पर्यटन विकास मिल कर करेगा. दीदारगंज से पुनपुन तक बांध पर सड़क निर्माण को लेकर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है.
मुख्य बातें
- -25 साल की जरूरतों को ध्यान में रख कर योजनाएं तैयार
- -पालीगंज निबंधन कार्यालय में एक अप्रैल से शुरू होगा काम
- जिले में सड़कों की कनेक्टिविटी बढ़ने से आवागमन में होगी सहूलियत
- शहर के साथ ग्रामीण इलाके का विस्तार होगा, बढ़ेगी सुविधा
गंगापथ में शेरपुर व शाहपुर में जंक्शन प्वाइंट बनेगा
डीएम ने कहा कि जेपी गंगापथ के विस्तार में शेरपुर व शाहपुर के पास कनेक्टिविटी होने से लोगों को काफी सुविधा होगी. गंगापथ के कोईलवर से मोकामा तक सात पुलों से जुड़ने पर उत्तर व दक्षिण बिहार के बीच आवागमन आसान होगा. डीएम ने कहा कि जेपी गंगापथ पर टोल टैक्स लिये जाने का कोई प्रस्ताव नहीं है. बालू की ढुलाई के लिए जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए खनन विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है. खनन विभाग ने राजस्व व सुधार विभाग को प्रस्ताव भेजा है. इसके चालू होने से ढुलाई में खर्च कम होने के साथ सड़कों पर ट्रैफिक दबाव कम होगा. डीएम ने कहा कि ग्रामीण इलाके में पटना रिंग रोड से बिहटा, नौबतपुर, मनेर, जेपी गंगापथ से दीदारगंज, फतुहा, दनियावां, दक्षिण पटना में संपतचक, पुनपुन, मसौढ़ी आदि इलाके में सुविधाएं बढ़ेंगी.
ग्रेटर पटना बनाने का प्रस्ताव
बाढ़ व पालीगंज को छोड़ कर शेष चार अनुमंडल क्षेत्रों में विस्तार के लिए जिला प्रशासन की ओर से ग्रेटर पटना बनाने का प्रस्ताव नगर विकास एवं आवास विभाग को दिया गया है. इससे टाउनशिप बसाने, उस क्षेत्र में सड़क, नाला-नाली,ड्रेनेज आदि का निर्माण हो सकेगा. मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान घोषित परियोजनाएं तीन चरणों में पूरी होंगी. छोटी परियोजनाओं का निर्माण छह माह में पूरी होंगी. इनमें पुल-पुलिया, छात्रावास का जीर्णोद्धार सहित अन्य परियोजनाएं शामिल हैं. सड़कों के निर्माण का काम लगभग डेढ़ साल में और बड़ी योजनाओं में जेपी गंगापथ, पटना रिंग रोड सहित अन्य बड़ी सड़कों का निर्माण दो साल से अधिक समय में पूरा होगा. स्वीकृत योजनाओं से संबंधित प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीडीसी समीर सौरभ, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी मनोरंजन कुमार,डीपीआरओ लोकेश कुमार झा, बिहार राज्य पथ विकास निगम के जीएम अरुण कुमार सहित अन्य विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे.
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