Ramvilas Paswan Death Anniversary: बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच सियासी गलियारों में राजनीतिक हलचल तेज है. इस बीच बुधवार को चिराग पासवान ने अपने पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर उन्होंने न सिर्फ अपने पिता की विरासत को याद किया बल्कि अपने राजनीतिक संकल्प को भी दोहराया.
पिता की पुण्यतिथि पर चिराग ने क्या लिखा?
चिराग ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पिता की तस्वीर साझा करते हुए लिखा- “पापा, आपकी पुण्यतिथि पर आपको मेरा नमन. मैं विश्वास दिलाता हूं कि आपके दिखाए मार्ग और आपके विजन ‘बिहार फ़र्स्ट, बिहारी फ़र्स्ट’ को साकार करने के लिए मैं पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हूं.”
उन्होंने आगे लिखा- “बिहार के समग्र और सर्वांगीण विकास का जो सपना आपने देखा था, अब समय आ गया है उसे धरातल पर उतारने का. आपने मेरे कंधों पर जो जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे निभाना मेरे जीवन का उद्देश्य और कर्तव्य है.”
पिता की विरासत और चुनावी संकल्प
चिराग ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र का महापर्व शुरू होने जा रहा है. यह चुनाव उनके पिता के अधूरे सपनों को पूरा करने और बिहार को नई दिशा देने का अवसर है. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी “लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)” आने वाले चुनाव में बिहार के हर नागरिक के विकास और सम्मान के लिए काम करेगी. चिराग ने लिखा कि “आपके द्वारा बनाई गई पार्टी के कारवां को आगे बढ़ाने के लिए मैं दृढ़ संकल्पित हूं. पार्टी के हर कार्यकर्ता का सपना है कि आगामी चुनाव में आपके सपनों को साकार किया जा सके.”
इस बीच उन्होंने रामविलास पासवान को याद करते हुए एक और ट्वीट किया. चिराग ने लिखा कि पापा हमेशा कहते थे. ”जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत. जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो.
सीट शेयरिंग पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी- चिराग
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी बढ़ने के बीच एनडीए के भीतर सीट बंटवारे पर मंथन जारी है. लेकिन अब तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बुधवार को इस मुद्दे पर कहा कि “सीट शेयरिंग पर बातचीत चल रही है, अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.”
बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट बनेगा चुनावी नारा
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ‘बिहार फ़र्स्ट, बिहारी फ़र्स्ट’ नारा एक बार फिर चिराग के अभियान का केंद्र बनने जा रहा है. वह इसे अपने पिता की विचारधारा और विकास दृष्टि से जोड़कर जनता के बीच ले जाने की तैयारी में हैं.

