पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर सत्तारूढ़ महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लालू प्रसाद के दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी के सामने बेचारे क्यों हो गये हैं? फेसबुक पर लिखे पोस्ट में उन्होंने कहा कि जब सोनिया गांधी के निर्देश पर लालू प्रसाद के खिलाफ आय से अधिक संपति मामले को सीबीआई ने हाईकोर्ट में चुनौती नहीं दी, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गये. वहीं, नीतीश कुमार आज तेजप्रताप और तेजस्वी यादव की बेनामी संपति के खिलाफ कार्रवाई करने में न केवल बेचारे हो गये हैं, बल्कि उनका बचाव भी कर रहे हैं.
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उन्होंने लिखा कि लालू प्रसाद की 2006 में अघोषित 46 लाख की संपति आज 10 वर्षों में बढ़ कर एक हजार करोड़ रुपये हो गयी है, मगर राज्य सरकार उसे जब्त करने व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है. मोदी के अनुसार, आय से अधिक संपति केस में लालू प्रसाद ने कहा कि दहेज में मिली एक बाछी के बच्चों से 70 गायें हुईं, जिसके दूध और दही को बेच का उन्होंने अतिरिक्त संपति अर्जित किया है.
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मोदी ने कहा कि केंद्र की कांग्रेस सरकार का लाभ उठा कर लालू प्रसाद ने आयकर अपीलीय प्राधिकार और सीबीआई विशेष कोर्ट के स्पेशल पीपी और जज तक को बदलवा मनोनुकूल लोगों को मनोनीत करा कर मामला खारिज करा लिया. भाजपा नेता पूछा कि क्या मुख्यमंत्री बिहार विशेष न्यायालय अधिनियम 2009 जिसके तहत भ्रष्टाचारियों की संपति जब्त करने का प्रावधान है तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत इन दोनों के खिलाफ आय से अधिक सम्पति का मामला दर्ज कर बिहार की छवि खराब कर रहे दोनों मंत्रियों को बर्खास्त करेंगे?