पटना: राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना में नामांकन की अनुमति के लिए अधिकारियों की टीम दिल्ली गयी है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भारतीय केंद्रीय चिकित्सा परिषद (सीसीआइएम) में राज्य सरकार का पक्ष रखेंगे. विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने बताया कि अधिकारी कमियों को दूर करने के लिए उठाये जानेवाले कदम की जानकारी देंगे. परिषद […]
पटना: राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना में नामांकन की अनुमति के लिए अधिकारियों की टीम दिल्ली गयी है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भारतीय केंद्रीय चिकित्सा परिषद (सीसीआइएम) में राज्य सरकार का पक्ष रखेंगे.
विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने बताया कि अधिकारी कमियों को दूर करने के लिए उठाये जानेवाले कदम की जानकारी देंगे. परिषद ने कॉलेज में वर्तमान सत्र में नामांकन पर रोक लगा दी है. इधर, रोक लगने से कॉलेज के विद्यार्थियों में उदासी छायी रही. दिन भर कॉलेज व अस्पताल में चिकित्सकों व विद्यार्थियों के बीच इस बात की ही चर्चा होती रही.
उनका मानना है कि अगर हियरिंग कमेटी के समक्ष सही तरीके से पक्ष रखा जाता, तो यह स्थिति पैदा नहीं होती. राज्य के सरकारी होमियोपैथिक व यूनानी कॉलेज को मान्यता दी गयी है, जबकि आयुर्वेदिक कॉलेज में नामांकन पर रोक लगा दी गयी है.