* एमसीआइ ने गिनायीं कमियां, तीन मेडिकल कॉलेजों में कम हैं शिक्षक
।। शशिभूषण कुंवर ।।
पटना : सूबे के तीन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में शिक्षकों और संरचना की एक-एक कमी की लिखित जानकारी एमसीआइ ने कॉलेज व सरकार को भेज दी है. राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, बेतिया और वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान, पावापुरी के साथ इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, शेखपुरा में नामंकन को लेकर अड़चन पैदा हो गयी है. सबसे बड़ी बाधा शिक्षकों की कमी है.
एमसीआइ ने इन संस्थानों को जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें शिक्षकों के अलावा लाइब्रेरी, पुस्तक व जर्नल, ऑपरेशन थियेटर, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड मशीन की कमी, मरीजों के लिए वार्ड और बेड का आवंटन नहीं होना और ब्लड बैंकों की मान्यता नहीं मिलने की जानकारी दी गयी है. इधर, सरकार ने संरचना को पूरा करने के लिए दोनों नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को 781-781 करोड़ रुपये आवंटित किये है.
* एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड मशीनों की किल्लत, कर्मियों की संख्या भी कम
वर्धमान आयुर्विज्ञान
संस्थान, पावापुरी
प्रोफेसर : तीन (फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, मेडिसिन विभाग में एक-एक)
एसोसिएट प्रोफेसर : नौ (एनाटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, सर्जरी, मेडिसिन, व ऑर्थोपेडिक एनेस्थेसिया में एक-एक)
असिस्टेंट प्रोफेसर : चार पद (एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, एनेस्थेसिया व डेंटल में एक-एक)
सीनियर रेजीडेंटों की कमी : मेडिसिन-तीन, सर्जरी, नेत्र, एनेस्थेसिया में एक-एक, 101 में पारा मेडिकल स्टाफ में 57 कर्मियों की कमी
केंद्रीय पुस्तकालय : स्थान की कमी, बैठने की कम सीटें, अपर्याप्त पुस्तकें, जर्नल की कमी
छात्रावास : विद्यार्थियों और नर्सो के लिए पर्याप्त छात्रावास का अभाव
बेड : सर्जरी में 18 बेड कम आइसीसीयू बेड नहीं
मशीन : एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड नहीं
लैब : एनाटॉमी, फिजियोलॉजी लैब की कमी
ब्लड बैंक : लाइसेंसी ब्लड बैंक नहीं
– इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना
अपर्याप्त सेंट्रल लाइब्रेरी, संस्थान द्वारा महिला एवं प्रसव रोग विभाग का प्रशिक्षण गर्दनीबाग अस्पताल और लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल, शास्त्रीनगर में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि संस्थान को अपना विभाग विकसित करना चाहिए.
एमसीआइ की इस माह में आयोजित बैठक में सभी कॉलेजों की मान्यता देने या उनकी मान्यता के नवीकरण को लेकर बैठक की गयी. राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, बेतिया और आइजीआइएमएस, पटना के प्राचार्य को कमियों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया था. यहां पर जूनियर रेजीडेंट सहित मशीन उपकरणों, पुस्तकों की खरीद का आदेश दे दिया गया है. विभाग की ओर से सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर अनुबंध पर बहाली का आदेश दिया गया है. हर बुधवार को शिक्षकों का वाक-इन-इंटरव्यू के आधार पर नियुक्ति को लेकर विज्ञापन व साक्षात्कार लिया जा रहा है.
– राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, बेतिया
प्रोफेसर : तीन-जेनरल सर्जरी (एक) मेडिसिन (एक), आब्सटेट्रिक व गाइनी (एक)
एसोसिएट प्रोफेसर : नौ (एनाटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, सर्जरी, मेडिसिन, आब्सगाइनी, सायकियेट्रिक्स व आर्थोपेडिक्स के एक-एक पद)
असिस्टेंट प्रोफेसर : छह पद (फिजियोलॉजी-दो पद, डर्मेटोलॉजी-एक पद, एनेस्थेसिया-एक पद, आब्सटेट्रिक एंड गाइनेकोलॉजी-दो पद)
सीनियर व जूनियर रेजीडेंटों की कमी : 30 पद
नर्स : 25 नर्सो की कमी
आवास : रेजीडेंट व नर्सिग स्टाफ के आवास की जानकारी का अभाव
ओपीडी : निरीक्षण के दिन ओपीडी मरीजों की सूचना नहीं
जांच मशीन : एक्स-रे, अल्ट्रा साउंड मशीन की कमी
ऑपरेशन थियेटर : दो बड़े ऑपरेशन थियेटर, एक माइनर ओटी का अभाव
लेक्चर थियेटर : अपर्याप्त हैं लेक्चर थियेटर