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पटना : अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की दो घंटे चली मैराथन डिबेट, आज चुनाव आयोग के प्रतिनिधि देंगे प्रशिक्षण

पीयू में प्रेसिडेंशियल डिबेट में उम्मीदवारों ने एक-दूसरे पर जमकर किये राजनीतिक प्रहार अध्यक्ष पद के हर कैंडिडेट ने जोरदार ढंग से रखी अपनी बात पटना : पटना विश्वविद्यालय में प्रेसिडेंशियल डिबेट में सभी छात्र संगठनों व निर्दलीय अध्यक्ष पद के नौ प्रत्याशियों ने भाग लिया. सभी ने अपनी बात रखी. प्रत्येक प्रत्याशी को सात […]

पीयू में प्रेसिडेंशियल डिबेट में उम्मीदवारों ने एक-दूसरे पर जमकर किये राजनीतिक प्रहार
अध्यक्ष पद के हर कैंडिडेट ने जोरदार ढंग से रखी अपनी बात
पटना : पटना विश्वविद्यालय में प्रेसिडेंशियल डिबेट में सभी छात्र संगठनों व निर्दलीय अध्यक्ष पद के नौ प्रत्याशियों ने भाग लिया. सभी ने अपनी बात रखी. प्रत्येक प्रत्याशी को सात मिनट का समय दिया गया. करीब दो घंटे चली इस डिबेट में प्रत्याशियों ने अपना एजेंडा रखा. छात्र राजनीतिज्ञ के रूप में अपनी उपयोगिता बतायी.
छात्र संगठनों की तरफ से चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों ने एक-दूसरे पर आक्रामक अंदाज में राजनीतिक प्रहार भी किया. एक-दूसरे पर दोषारोपण के अलावा किसकी विवि के बेहतरी के लिए क्या सोच है और वे विवि के विकास में किस तरह से अपनी भूमिका निभायेंगे, इस संदर्भ में विस्तारपूर्वक चर्चा की.
कार्यक्रम में विवि के कुलपति प्रो रासबिहारी सिंह, प्रतिकुलपति प्रो डाॅली सिन्हा, मुख्य चुनाव पदाधिकारी प्रो खगेंद्र कुमार समेत विवि के सभी अधिकारी मंच पर मौजूद थे. प्रत्याशियों को बैठने के लिए नीचे जगह दी गयी थी. हर प्रत्याशी को एक-एक कर मंच पर बुलाया गया और उन्होंने छात्रों के समक्ष बात रखी. कुलपति ने कहा कि छात्र विवि की गरिमा व मर्यादा का ख्याल रखें.
प्लीज वोट फॉर मी
पटना : प्लीज वोट फोर मी, अपना कीमती वोट जरूर दें. मैं प्रेसिडेंट पद के लिए खड़ा हूं. कोई हाथ जोड़ कर वोट की अपील कर रहा था तो कोई गेट के बाहर डफली बजा कर नारे लगा कर पूरे जोश व जूनून से प्रचार में जुटे थे. सोमवार को सुबह 10 बजे से ही पटना वीमेंस कॉलेज और मगध महिला कॉलेज में आखिरी बार चुनाव के प्रसार-प्रचार में जुटे सभी प्रत्याशी.
कॉलेज में जाती छात्राओं को अपने पक्ष में करने का हर प्रयास उम्मीदवार करते नजर आये. सभी प्रत्याशी का फोकस इन दोनों कॉलेजों पर हैं क्योंकि यहां सबसे अधिक वोट है. दोनों कॉलेजों की छात्राएं इस बार वोटिंग को लेकर काफी सजग है. न सिर्फ उम्मीदवारों की बातें सुनी बल्कि उनसे सवाल-जवाब करते दिखीं. मगध महिला कॉलेज के पूरे गेट पर पोस्टर चिपका दिया गया था.
आखिरी दिन सभी उम्मीदवार सुबह से लेकर शाम तक वोट फोर प्रेसिंडेंट, पार्टी का नारा लगाते रहे. पूरे गेट पर प्रत्याशियों के पर्चे बिखरे पड़े हुए थे. दोनों कॉलेजों में सक्रिय दिखें पुलिसकर्मी- छात्राओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मी और गार्ड दोनों एक्टिव दिखें.
अध्यक्ष पद के किस प्रत्याशी ने क्या कहा
– अभिनव शर्मा (एबीवीपी)
मैंनें सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं छात्र संघ का चुनाव लड़ूंगा लेकिन एबीवीपी ने एक गरीब के बेटे पर विश्वास किया और मुझे अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी दी. हमारे संगठन ने हमेशा छात्र हित में काम किया है.
हमारे डीएनए में छात्र हित है. पीयू दोबारा इस्ट का ऑक्सफोर्ड बने इसके लिए मैं काम करूंगा. विवि में केंद्रीय पुस्तकालय को डिजिटलाइज्ड किया जायेगा, शिक्षकों की नियुक्ति करायेंगे, रिंग बस सेवा शुरू करायेंगे, हॉस्टल में सुधार करायेंगे. एससी-एसटी व ओबीसी के लिए स्कॉलरशिप की पर्याप्त व्यवस्था करायेंगे. हमारा प्रयास होगा कि यदि हम जीत कर आयेंगे, तो छात्रों की हर सुविधा का ख्याल रखेंगे.
– मोहित प्रकाश (छात्र जदयू)
जब से नामांकन दाखिल किया है तब से ही मुझ पर हमले हो रहे हैं. मुझ पर आरोप लग रहे हैं कि बड़े बाप का बेटा है, लेकिन मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मेरे पिता जी इसी विवि से पढ़े थे.
आज उन्होंने जो कुछ भी हासिल किया है, वह मेहनत व ईमानदारी से किया है. वे आपके बीच से ही आये हैं और मैं भी आपके बीच का ही हूं. मैं वाणिज्य कॉलेज में 2017-18 में काउंसेलर था. हम छात्र हैं और हमारे हाथों में कलम शोभा देती है न कि लाठी डंडे. मैं चुनाव जीतता हूं, तो छात्रों की परेशानियों को दूर करने का हर संभव प्रयास करूंगा.
– भाग्य भारती (आईसा, एआईएसएफ व छात्र राजद गठबंधन)
चुनाव में जिस तरह का माहौल बन रहा है सभी इसे राजनीतिक फायदे के लिए प्रयोग कर रहे हैं. एमएलए व एमपी बनने का टिकट लेने का इसे प्लेटफॉर्म बना दिया है.
छात्रों के लिए कोई सोचने वाला नहीं है. विवि में भी जो सांप्रदायिकता का जहर घोलने की कोशिश हो रही है, उसे नहीं होने दिया जायेगा. हम जब जीत कर आयेंगे तो छात्राओं के लिए काम करेंगे. छात्र हित के मुद्दों पर काम करेंगे. हमने पहले भी संघर्ष किया है और आगे भी करेंगे. हम छात्रों के लिए काम करेंगे.
– अभिषेक राज (सीवाईएसएस)
यह आम आदमी की आवाज है, यह आवाज अब दब नहीं सकती. भ्रष्टाचारियों की सत्ता बदलनी चाहिए. पीयू को केंद्रीय विवि का दर्जा मिलना ही चाहिए.
वर्तमान में जिन संगठनों द्वारा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाये जाते थे, उन्हीं की सरकार राज्य व केंद्र में है, लेकिन कोई इसके लिए प्रयास नहीं कर रहा है. 2003 से ही शिक्षकों के पद खाली हैं. छात्राओं के साथ आज भी अभद्रता व अन्याय हो रहा है. पीयू में शिक्षकों की कमी है. सीवाईएसएस चुनाव जीत कर आयेगा तो छात्राओं को सुरक्षा प्रदान करेगा.
– सैयद अली रजा हाशमी (एनएसयूआई)
इस चुनाव में कुछ लोग जीतेंगे, कुछ हारेंगे. लेकिन मैं बस इतना ही कहूंगा, जो भी हो, जो भी जीतें पीयू के लिए काम करें. इतिहास गौरवशाली था, लेकिन सिर्फ इतिहास ही बचा है. वर्तमान बहुत ही खराब है. सायंस कॉलेज में सिर्फ 28 शिक्षक हैं, मगध महिला कॉलेज में सौ शिक्षक होने चाहिए सिर्फ 32 हैं. एेसा ही हाल सभी कॉलेजों का है. यह कैसी स्थिति है. हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए क्या सिर्फ ढांचा छोड़ जायेंगे. मैं छात्रों से कहूंगा कि अपना वोट जरूर डालें.
– सुजीत कुमार (छात्र जनाधिकार परिषद)
माहौल को खराब किया जा रहा है. इसका जिम्मेवार कौन है. छात्रों को भ्रमित किया जा रहा है. इस स्थिति से निकालने के लिए मुझे अगर जान भी देनी पड़े, तो पीछे नहीं हटूंगा. मुझ पर भी हमले हुए हैं.
हम इस तरह का माहौल बनायेंगे, जहां सब अमन शांति से रहें. बहुत सारे फर्जी संगठन हैं, जो सिर्फ फायदे के लिए चुनाव लड़ते हैं. वोकेशनल कोर्स की स्थिति खराब है, लैब नहीं हैं, डिजिटल लाइब्रेरी नहीं है. कहीं किसी भी कॉलेज में कैंटीन नहीं है. मैं वादा करता हूं कि जब मैं चुनाव जीतूंगा, तो छात्रों को हर तरह की सुविधाएं दिलायेंगे.
– राजीव कुमार (एआईडीएसओ)
शिक्षा के बजट में लगातार कटौती हो रही है. अब विश्वविद्यालयों को अनुदान की जगह कर्ज देकर विकास करने की बात हो रही है. यह राशि छात्रों से ही वसूल की जायेगी.
इससे करोड़ों छात्र शिक्षा से वंचित रहेंगे. विवि का इतिहास गौरवशाली रहा है लेकिन अब गौरव लायक कुछ नहीं बचा है. वर्तमान में स्थिति अच्छी नहीं है. हम अगर जीतते हैं, तो इसके लिए आंदोलन तेज करेंगे. आपका वोट बहुत कीमती है, अगर आप सही को वोट करेंगे तभी स्थिति बदलेगी. अपने वोट का सदुपयोग करें.
– राकेश प्रसाद (निर्दलीय)
पीयू का शिक्षा को आगे बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान है. लेकिन कुछ लोगों की वजह से इसकी स्थिति खराब हो रही है. सांप्रदायिक तत्व हावी हो गये हैं. छात्र सुरक्षित नहीं हैं. माहौल खराब होता जा रहा है. विवि में पीएम को बुलाने के लिए पानी को पैसे की तरह बहाया गया लेकिन कुछ नहीं हुआ. छात्र संघ के पैसे का हिसाब आज तक नहीं दिया गया. केंद्र हो या राज्य इनकी ही सरकारें हैं, तो वे क्यों नहीं पीयू के लिए कुछ करती हैं. ये जो अपने आपको कॉमरेड कहते हैं, उनका वैचारिक दिवालियापन दिख रहा है.
– मधुसुदन प्रसाद मुकुल (निर्दलीय)
चुनाव लड़ाई-झगड़े में सिमट कर रह गया है. शताब्दी वर्ष पर प्रधान सेवक कैंपस में आये लेकिन सेंट्रल विवि का दर्जा नहीं दिया. मैं कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम करूंगा. यहां बहुत सारी चीजें हैं, जो निराश करती हैं, लेकिन मैं आशावादी हूं. पीयू को बेहतर बनाने के लिए अगर मुझे एड़ियां भी रगड़नी पड़े, तो मैं रगड़ूंगा, लेकिन बदलाव लाकर रहूंगा. कोई भी बड़ा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए छोटे कदमों से ही शुरुआत होती है. हम पुराने गौरव व गरिमा को वापस लायेंगे. मैं अगर छात्र संघ चुनाव जीतता हूं, तो छात्रों की समस्याओं को दूर करूंगा.
– भाजयुमो ने राज्यपाल से हस्तक्षेप का अनुरोध किया : पटना विश्वविद्यालय छात्रसंध चुनाव को लेकर भाजयुमो का एक शिष्टमंडल सोमवार की रात राज्यपाल से मिला और उनसे निष्पक्ष चुनाव कराने का अनुरोध किया. शिष्टमंडल में भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष नीतीन नवीन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संतोष रंजन.
प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सिन्हा व नितीन अभिषेक शामिल थे. भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष श्री नवीन ने बताया कि उनलोगों ने निष्पक्ष चुनाव कराने का अनुरोध किया. चुनाव में आचार संहिता का पालन हो.
– राज्यपाल ने वीसी से मांगी रिपोर्ट :
छात्र संघ चुनाव को लेकर राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन ने पीयू के कुलपति से वस्तुस्थिति स्पष्ट कराने करने को कहा है. कई छात्र संगठनों ने राज्यपाल से मुलाकात कर आग्रह किया की छात्र संघ चुनाव में बाहरी लोगों का हस्तक्षेप रोका जाए.
आज चुनाव आयोग के प्रतिनिधि देंगे प्रशिक्षण
पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव को लेकर मंगलवार का दिन पूरी तरह से तैयारियों वाला होगा. विवि में पूरे दिन चुनाव की तैयारी चलेगी. चुनाव आयोग के प्रतिनिधि मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण देंगे. प्रत्याशियों व उनके प्रतिनिधियों को आइ-कार्ड व ऑथोराइजेशन लेटर दिया जायेगा. बैलेट बॉक्स आदि की चेकिंग होगी. कौन किस पद के लिए होगा उसके उनपर पर्चे चिपकाये जायेंगे.

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