पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को अधिवेशन भवन में आयोजित अनुसूचित जाति जनजाति डेवलपमेंट कॉन्क्लेव कार्यक्रम में शिरकत हुए. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का तारीख बहुत ही खास है. क्यों कि आज ही के दिन (14 अक्टूबर) को ही बाबा साहब ने बौद्ध धर्म अपनाया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए बिहार सरकार समर्पित है. बिहार में न्याय के साथ विकास के लिए सरकार समर्पित है. हाशिये पर खड़ा समाज का विकास हो यह इस सरकार की प्राथमिकता है. यह हमारी योजना को देखने से ही पता चलता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सरकार में टोलों को सड़क से जोड़ने का काम हुआ है. टोलों में अनुसूचित जाति-जनजाति के समाज ही ज्यादा रहते है. इसके साथ ही सरकार अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रावास को बेहतर करवा रही है. जिसका निरीक्षण अधिकारी समय-समय पर कर रहे हैं. सभी छात्रावास में बेहतर शौचालय की व्यवस्था करायी जा रही है.
नीतीश कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया समाज में कटुता को बढ़ावा दे रहा है.मुख्यमंत्री ने बिहारियों पर हुई हिंसा पर बिना नाम लिए कहा कि यह देश, दुनिया, प्रकृति सबकी है, अगर किसी को लगता है कि वो ज्यादा ताकतवर है तो समझ लीजिए ये ताकत ज्यादा दिन नहीं रहने वाली. समाज में टकराव की स्थिति बन रही है, सोशल मीडिया के जरिये समाज में कटुता का माहौल बनाया जा रहा है, समाज में प्रेम और सद्भावना का माहौल होना चाहिए.समाज में टकराव न हो यह जरूरी है. बिहार के 12 करोड़ की आबादी में 8 करोड़ लोग अपने पास मोबाइल रखे हैं. पर समाज में टकराव पैदा नहीं हो इसको लेकर युवक अपने पावर और अधिकार का गलत इस्तेमाल ना करे. लोग अपने अधिकार और ताकत का गलत इस्तेमाल न करे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने छठ पूजा को लेकर अपील किया. उन्होंने छठ पूजा के दौरान विशेष तौर पर साफ-सफाई पर ध्यान देने की बात कही. इसमें सभी को अपना हर संभव सहयोग देना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुशासन ही देश और समाज के साथ साथ व्यक्ति को महान बनाता है.