पटना : होली के खत्म होते ही शनिवार से लौटने वाले रेल यात्रियों की संख्या बढ़ गयी. राजेंद्र नगर टर्मिनल व पटना जंक्शन पर यात्रियों की भीड़ सामान्य दिनों दोगुनी थी. इसके बाद शाम होते ही इन दोनों स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या में और इजाफा हो गया. दो घंटे के अंतराल पर चार दिल्ली […]
पटना : होली के खत्म होते ही शनिवार से लौटने वाले रेल यात्रियों की संख्या बढ़ गयी. राजेंद्र नगर टर्मिनल व पटना जंक्शन पर यात्रियों की भीड़ सामान्य दिनों दोगुनी थी. इसके बाद शाम होते ही इन दोनों स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या में और इजाफा हो गया. दो घंटे के अंतराल पर चार दिल्ली जाने वाली ट्रेनें थी और इन ट्रेनों के यात्री शाम चार बजे से ही टर्मिनल व जंक्शन पर पहुंचने लगे थे.
आलम यह था कि शाम पांच बजे से सात बजे तक प्लेटफॉर्म संख्या एक, दो-तीन व पांच पर पांव रखने तक की जगह नहीं थी. यात्रियों की भीड़ को देखते हुए आरपीएफ व जीआरपी जवानों को प्लेटफॉर्म पर तैनात किया गया, ताकि भीड़ अनियंत्रित नहीं हो. इसके साथ ही सीसीटीवी के माध्यम से प्लेटफॉर्म व सर्कुलेटिंग एरिया में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी.
स्लीपर डिब्बे का था जनरल जैसा हाल
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोटा, अमृतसर, श्रीगंगानगर आदि शहरों की ओर जाने वाली नियमित ट्रेनों में दो माह पहले से बर्थ बुक हो गये थे. इन शहरों से पटना आने वाले लोग जैसे-तैसे घर पहुंचे. अब होली खत्म होने के बाद लौटने के लिए हजारों की संख्या में यात्री वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करने को मजबूर थे. विक्रमशिला एक्सप्रेस व संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस की स्लीपर बोगी का नजारा जनरल बोगी जैसा हो गया था. वहीं, जनरल डिब्बे में यात्रियों की इतनी भीड़ थी की में बोगी में पैर रखने तक की जगह नहीं थी.
हालांकि, ट्रेन में सवार होते समय यात्रियों के बीच अफरा-तफरी नहीं हो, इसको लेकर प्लेटफॉर्म पर ट्रेन आते ही आरपीएफ जवान तैनात थे. वहीं, जनरल डिब्बे में भी एक-एक कर यात्रियों को चढ़ाया जा रहा था.
आज भी तीन ट्रेनों में नो रूम
होली के दौरान रेल यात्रियों की संभावित भीड़ को देखते हुए स्पेशल ट्रेन भी चलायी गयी, लेकिन यात्रियों की समस्या कम नहीं हुई. यात्रियों की भीड़ सबसे अधिक पटना-दिल्ली रेलखंड पर चलने वाली ट्रेनों में है. शनिवार को भी संपूर्ण क्रांति व विक्रमशिला एक्सप्रेस के स्लीपर डिब्बे में नो रूम हो गया था. वहीं, रविवार को पटना से दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस व संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के स्लीपर डिब्बे में नो रूम हो गया है. वहीं, दिल्ली जाने वाली किसी ट्रेन के स्लीपर व एसी डिब्बे में नौ मार्च तक कन्फर्म बर्थ उपलब्ध नहीं हैं.
एफओबी पर रुकने पर थी पाबंदी : जंक्शन पर तीन फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) हैं. यात्रियों की संभावित भीड़ को देखते हुए एफओबी पर आरपीएफ टीम की तैनाती की गयी थी, जो यात्रियों को एफओबी पर खड़ा होने या फिर बैठने से मना कर रहे थे. इस कारण से एफओबी पर आसानी से यात्री आ जा रहे थे.