दिल्ली में तैयार हुए नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह (new parliament building inauguration ) पर अब सियासी घमासान मचा हुआ है. आगामी 28 मई को दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन होना है. इस उद्घाटन समारोह का पहले ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस(TMC) ने किया. उसके बाद अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी कार्यक्रम का बहिष्कार किया और फिर सीपीआई के बाद बाद अब बिहार से राजद व जदयू ने भी इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया है.
तेजस्वी यादव ने किया बहिष्कार
बिहार के उपमुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का राजद बॉयकॉट करेगी. हमारा मानना है कि ये उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों कराना चाहिए थे. वहीं संसद की प्रमुख होती हैं लेकिन ऐसा नहीं कराया जा रहा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी कोशिश है कि सभी विपक्षी दलें इस मुद्दे पर एकसाथ खड़े रहें और इसका विरोध करें.
जदयू ने भी किया बहिष्कार
उधर जदयू की ओर से भी अब विरोध में सुर उठने लगे हैं. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी ये कहा है कि संसद भवन के उद्घाटन समारोह में जदयू हिस्सा नहीं लेगी. उन्होंने नए संसद भवन के निर्माण को पैसे की बर्बादी बताते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला. नए संसद भवन बनाने के फैसले को पुरखों का अपमान बताया है. वहीं जदयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने की मांग की गयी.
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
बता दें कि नए संसद भवन का शिलान्यास 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही द्वारा किया गया था. तब भी विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति को नहीं बुलाने का मुद्दा उठाया था. राजद सांसद मनोज झा और जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने भी नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों कराए जाने का विरोध किया है.